नारी शंखनाद मातृशक्ति सम्मेलन
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि मातृ शक्ति अन्नपूर्णा होती है। वह पूरे परिवार का पेट भरने के बाद खुद को संतृप्त कर लेती है। इस मौके पर उन्होंने शहीद मोहित शर्मा की माता जी को प्रणाम करते हुए कहा कि उन्होंने अपने कोख के लाल को देश के ऊपर न्यौछावर कर दिया।
साध्वी ऋतंभरा रविवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय आॅडिटोरियम नेहरू नगर में महिला समन्वय समिति गाजियाबाद विभाग द्वारा आयोजित नारी शंखनाद मातृशक्ति सम्मेलन को संबोधित कर रही थी। साध्वी ऋतंभरा ने इस दौरान संतों- पुजारियों पर शक करने की प्रवृत्ति, दूसरे धर्म में विवाह करने, गूगल के अधीन होने के महिलाओं की प्रवृत्ति पर सवाल खड़े किये। सम्मेलन में समाज के विभिन्न संगठनों की प्रबुद्ध महिलाओं ने सहभागिता की। इस सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में परम पूज्य दीदी मां साध्वी ऋतंभरा मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहीं। जिन्होंने भारतीय चिंतन में नारी विषय पर अपना उद्बोधन दिया। प्रथम सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में सुषमा सिंह उपाध्यक्ष उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग तथा अध्यक्षता सुशीला शर्मा अमर शहीद मेजर मोहित शर्मा की माताजी ने की।
इस सत्र में डा. माला कपूर तथा विभाग सह संयोजिका कविता गोयल मंच पर उपस्थित रहीं। इस सम्मेलन में अधिवक्ता, चिकित्सक, शिक्षिका, प्रधानाचार्या, निदेशिका, एनजीओ संचालिका, व्यवसायी,विभिन्न समूहों की प्रतिनिधि बहनें, वैज्ञानिक, कवियत्री, लेखिका आदि ने बड़ी संख्या में सहभागिता की। द्वितीय सत्र में जो की चर्चा सत्र था, में चार अलग-अलग गट बनाकर चर्चा की गई। तृतीय तथा समापन सत्र में ब्रह्माकुमारी उर्मिल मुख्य वक्ता रही तथा भारत के विकास में महिलाओं का योगदान विषय पर अपना उद्बोधन दिया।
समापन सत्र में स्मिता मिश्रा, कुसुमबंधु तथा सह संयोजिका ऋतु शर्मा तथा प्रांत बौद्धिक प्रमुख बहन गजेश दीदी मंच पर उपस्थित रहीं। वंदे मातरम कविता गोयल के द्वारा कराया गया। गाजियाबाद विभाग में यह इस प्रकार का प्रथम तथा अनूठा कार्यक्रम था। महिला समन्वय की विभाग संयोजिका दीप्ति शर्मा के मार्गदर्शन में बहुत ही सुव्यवस्थित तथा सफल कार्यक्रम का आयोजन किया गया।