Dainik Athah

Pranab mukherjee को नम आँखो से दी अंतिम विदाई

दिल्ली के लोधी रोड श्मशान घाट पर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी (Pranab mukherjee ) का अंतिम संस्कार किया गया। श्मशान घाट में कोरोना संक्रमण से बचाव के सभी इंतजाम किए गए थे।

नई दिल्ली
पूर्व राष्ट्रपति भारत के अनमोल रत्न प्रणब मुखर्जी (Pranab mukherjee) का मंगलवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार लोधी श्मशान घाट पर पर किया गया. और उनका पर्तिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गए।

प्रणब मुखर्जी (Pranab mukherjee) को श्रद्धांजली देने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी , रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित अनेको ने उनके आवास पर दी अंतिम विदाई

Pranab da को नम आँखो से दी आंतों विदाई
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
Pranab da को नम आँखो से दी आंतों विदाई
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी
Pranab da को नम आँखो से दी आंतों विदाई
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

उनके पार्थिव शरीर को आर्मी हॉस्पिटल (आरएंडआर) से 10, राजाजी मार्ग स्थित उनके सरकारी आवास में लाया गया। उनके बेटे और कांग्रेस नेता अभिजीत मुखर्जी (Abhijit Mukherjee) ने दी उन्हें मुखाग्नि।

प्रणब मुखर्जी (Pranab mukherjee ) के बेटे अभिजीत मुखर्जी का इस मौके पर दर्द छलक गया। उन्होंने बताया कि वे पिता को बंगाल ले जाना चाहते थे लेकिन उनकी ये इच्छा अधूरी ही रह गई।

घर को म्यूजियम और लाइब्रेरी में करेंगे तब्दील

अभिजीत ने कहा कि वह इच्छा है पश्चिम बंगाल के जंगीपुर में इस्थित अपने घर की एक मंजिल को पिता यादो को समर्पित करते हुए उसे म्यूजियम और लाइब्रेरी में बदलना चाहते है। अभिजीत ने कहा कि वह चाहेंगे कि सरकार उनके पिता के सम्मान में डाक टिकट जारी करे।

अभिजीत ने कहा कि उनके पिता ने उनसे कहा था कि राजनीति में हमे किसी से बदला लेने से बचना चाहिए। उनकी इस बात को मैं हमेशा याद रखूंगा।

ब्रेन सर्जरी के बाद वेंटिलेटर सपॉर्ट पर थे प्रणब मुखर्जी

पूर्व राष्ट्रपति की ब्रेन सर्जरी हुई थी और कोरोनावायरस (Coronavirus) संक्रमित भी थे। जिसके बाद उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था। 84 वर्षीय मुखर्जी की ब्रेन से रक्त का एक थक्का हटवाने के लिए सर्जरी कराई गई। जिसके बाद से वे दिल्ली के आर्मी हॉस्पिटल रिसर्च एंड रेफरल में वेंटिलेटर सपोर्ट पर ही थे।

विदेशो के प्रधान मंत्री, राष्ट्रपति और पार्टी के अध्यक्षो ने भी दी प्रणब मुखर्जी को श्रद्धांजली

नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ नेपाल के अध्यक्ष पुष्पकमल दहल ‘प्रचंड’ ने भी मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया।

नेपाल के राष्ट्रपति भंडारी ने ट्वीट किया, ”नेपाल ने एक अच्छा दोस्त खो दिया।”

ओली ने ट्वीट किया, ”मैं भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन की खबर से बहुत दुखी हूं।” उन्होंने भारत के लोगों और शोक संतप्त परिवार के प्रति भी गहरी संवेदना व्यक्त की। ओली ने कहा, हम उनके सार्वजनिक जीवन के कार्यकाल में नेपाल-भारत संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को याद करते हैं।

श्रीलंकाई प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने भी मुखर्जी के निधन पर दुख व्यक्त किया। भारत में अमेरिका के राजदूत केन जस्टर ने भी मुखर्जी के निधन पर दुख व्यक्त किया। साथ ही मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सालेह और अफगान नेता अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने भी ट्वीट करके मुखर्जी के निधन पर दुख जताया।

भारत के सर्वाधिक सम्मानित राजनेता और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को 10 अगस्त को सेना के ‘रिसर्च एंड रेफ्रल हास्पिटल में भर्ती कराया गया था। उसी दिन उनके मस्तिष्क की सर्जरी की गई। इसके अलावा वे कोरोना संक्रमित भी पाए गए थे। चिकित्सकों ने कहा कि सोमवार शाम साढ़े चार बजे दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया।

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