– स्वाभिमान और आत्मसम्मान के लिये मर मिटना इजरायल से सीखे सनातनी-महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी
–अमर बलिदानी मेजर आशाराम त्यागी सेवा संस्थान श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा को सनातन वैदिक ज्ञानपीठ की स्थापना के लिये 1 करोड़ और विश्व धर्म संसद की स्थापना के लिए 51 लाख रुपये देगा
– इजरायल की महिलाओं को श्रद्धांजलि और उनके साथ हुई बर्बरता के विरोध में दो मिनट के मौन के साथ शुरू हुआ सनातन कॉन्क्लेव का दूसरे दिवस का कार्यक्रम
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। गोविंदपुरम स्थित प्रीतम फार्म में श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा व दिल्ली संत महामंडल के मार्गदर्शन में और अमर बलिदानी मेजर आशाराम त्यागी सेवा संस्थान के तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय सनातन कॉन्क्लेव के दूसरे दिन तर्पण एक महाश्राद्ध का आयोजन किया गया।
अमर बलिदानी मेजर आशाराम त्यागी सेवा संस्थान विगत 18 वर्षों से यह कार्यक्रम विगत चौदह सौ वर्षो में सनातन धर्म की रक्षा के लिये इस्लामिक जिहादियों से लड़ते हुए अपने प्राण देने वाले अमर बलिदानियों की स्मृति में करता आ रहा है।आज के कार्यक्रम का शुभारंभ हवन,तर्पण और दीप यज्ञ से किया गया। इसके बाद का कार्यक्रम आरम्भ करने से पहले इस्लाम जिहादियों के हमले में मारी और अपमानित की गई इजरायल की महिला सैनिकों को श्रद्धांजलि की गई और उनके साथ हुई बर्बरता के विरोध में 2 मिनट का मौन रखा गया।
कार्यक्रम में दीप प्रज्वलित करते हुए शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने कहा कि सनातनी और यहूदी दोनों ही लगभग एक समय इस्लाम के जिहाद के शिकार बनना शुरू हुए थे परन्तु यहूदियों ने अपनी कौम के मरना और कौम के लिये जीना सीख लिया है। इसी कारण आज इजरायल पूरे स्वाभिमान और आत्मसम्मान के साथ अपने अस्तित्व की लड़ाई को लड़ रहा है जबकि हम हर जगह बस दयनीय आत्मसमर्पण ही करते दिख रहे हैं।हमने अपने पूर्वजों के अतुलनीय बलिदानों की उपेक्षा करके कायरता,अकर्मण्यता और कमीनेपन की सारी पराकाष्ठा पार करके अपनी आने वाली पीढ़ियों के अस्तित्व तक को खतरे में डाल दिया है।अब भी समय है।अगर हम अब भी जाग जाए तो बहुत कुछ बचाया जा सकता है।अब हमें इजरायल से स्वाभिमान और आत्मसम्मान के लिए मर मिटना सीखना पड़ेगा और इजरायल की तरह की सनातन वैदिक राष्ट्र का निर्माण करना ही पड़ेगा अन्यथा इतिहास हमे कभी भी क्षमा नही करेगा।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे उत्तर प्रदेश के ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर ने सनातन धर्म के अमर बलिदानियों को नमन करते हुए आयोजको को साधुवाद दिया और कहा कि अपने इतिहास को याद रखना और बलिदानियों को यथोचित सम्मान देना,यह हम सबका कर्तव्य है।जो कौम अपने अमर बलिदानियों को भूल जाती है,वो कौम धीरे धीरे अपना अस्तित्व खो देती है।कौम को इतिहास याद दिलाने के लिये ऐसे कार्यक्रमों की बहुत आवश्यकता है।आज वीर रस के महनीय कवि अर्जुन सिसौदिया की अध्यक्षता में अमित शर्मा, कमल आग्नेय,सुमित ओरछा,बहन मधु मोहिनी उपाध्याय, चेतन नितिन खरे,पीयूष मालवीय,कुशल कुशवाहा,स्वदेश यादव व विकास त्यागी ने आज वीर रस की सर्वश्रेष्ठ कविताओ का पाठ किया।
कार्यक्रम में पूर्व पार्षद राजेन्द्र त्यागी,अमर बलिदानी मेजर आशाराम त्यागी सेवा संस्थान के चेयरमैन नीरज त्यागी अध्यक्ष मुकेश त्यागी महामंत्री अक्षय त्यागी कोषाध्यक्ष संजय बहेड़ी नरेंद्र काकड़ा प्रमोद त्यागी,अनिल यादव,डॉ विनम गोयल डॉ उदिता त्यागी,शशि चौहान,रविंद्र त्यागी अवनीश त्यागी अखिल भारतीय त्यागी ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष पुनीत त्यागी जिला अध्यक्ष सुरेश चंद त्यागी विजेंदर त्यागी मास्टर ब्रह्मदत्त त्यागी अजय त्यागी दिनकरपुर सुरेश त्यागी सेवाराम त्यागी प्रेमचंद त्यागी दुहाई अजय सरना सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित रहे।