- सर्विलांस टीमें रख रही कोरोना पर सतर्क दृष्टि
- सभी से मांगा जायेगा स्पष्टीकरण, संतुष्ट न होने पर विभागाध्यक्षों को भेजी जायेगी रिपोर्ट
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। कोरोना वायरस संक्रमण के बचाव के सम्बन्ध में गाजियाबाद में जिला प्रशासन द्वारा 882 सर्विलांस टीमें लगायी गयी है, जिन्हें जनपद गाजियाबाद का सम्पूर्ण क्षेत्र आवंटित किया गया है। कार्य में लापरवाही बरतने एवं गैर हाजिर रहने पर जिलाधिकारी ने 11 जिलास्तरीय अधिकारियों का एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिये हैं। इसमें आरटीओ प्रवर्तन, जिला आबकारी अधिकारी, बीएसए भी शामिल है।
संबंधित सर्विलांस टीमों को दायित्व सौंपा गया है कि वह अपने -अपने क्षेत्रों में डोर टू डोर सर्वे करके यह सुनिश्चित करेंगे कि खांसी , जुकाम, बुखार, सांस लेने में दिक्कत वाले मरीजों की जांच करेंगे तथा जिन मरीजों में कोरोना वायरस जैसा कोई लक्षण परिलक्षित होता है, तो तत्काल नजदीक के सीएचसी- पीएचसी के एमओआईसी को अवगत करायेंगे तथा शासन द्वारा दी गयी व्यवस्था के कम में संबंधित मरीज को तीन भागों में विभक्त पर्ची में से दो भाग मरीज को उपलब्ध करायेंगे तथा मरीज द्वारा दो भागों की रसीद को लेकर एमओआईसी के पास जाकर उन्हें रसीद का एक भाग उपलब्ध करायेगा एवं अपना टेस्ट करायेगा। यदि मरीज कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है, तो एमओआईसी द्वारा तत्काल एल -1 , एल -2 अथवा एल -3 अस्पताल में रेफर करेंगे।
बताया गया कि 24 अगस्त को कुल 718 सर्विलान्स टीमों द्वारा अपने -अपने क्षेत्रों में डोर टू डोर सर्वे किया गया, जिसमें कुल 74 मरीज पाये गये। मरीजों को विभिन्न सीएचसी- पीएचसी केंद्रों पर टेस्ट हेतु भेजा गया, जिनमें से 33 व्यक्तियों के कोरोना के टेस्ट हो चुके हंै। इन व्यक्तियों में से पांच व्यक्ति कोरोना पॉजिÞटिव पाये गये तथा 16 निगेटिव पाये गये, शेष व्यक्तियों के टैस्ट रिपोर्ट आनी शेष है।
जिला प्रशासन द्वारा लगायी गयी सर्विलान्स टीमों पर प्रभावी नियंत्रण बनाये रखने हेतु कुल 147 सुपरवाईजर लगाये गये है तथा सुपरवाईजरों एवं सर्विलान्स टीम पर प्रभावी नियंत्रण बनाने हेतु 54 यूनिट इंचार्ज तैनात किये गये हैं। इन सभी पर नियंत्रण रखने हेतु 23 मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गयी है तथा समस्त इन्सीडेंट कमाण्डर्स को निर्देश दिये गये है कि वह सर्विलान्स टीम सुपरवाईजर , यूनिट इन्चार्ज एवं मजिस्ट्रेटों पर नियंत्रण रखे तथा यह सुनिश्चित करें कि सभी लगाये गये कर्मचारी- अधिकारी अपनी- अपनी ड्यूटी पर तैनात रहें और वह अपने दायित्वों का सही प्रकार से निर्वहन कर रहें हैं।
जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय के निर्देश पर 24 अगस्त को इन्सीडेंट कमांडर्स के द्वारा जनपद में लगाये गये सुपरवाईजरों एवं साविलास टीमों , यूनिट इन्चार्जा एवं मजिस्ट्रेटों का औचक निरीक्षण कराया गया। औचक निरीक्षण में निम्नलिखित अधिकारी अनुपस्थित पाये गये : सैक्टर मजिस्ट्रेट जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ब्रज भूषण, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी वीर सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी अभिनव सिंह, जिला कृषि अधिकारी राकेश कुमार, मुख्य अभियंता जल निगम जीएस श्रीवास्तव, जिला आबकारी अधिकारी मुबारक अली, संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रर्वतन) वीके सिंह,सहायक निदेशक विद्युत सुरक्षा कमल कांत शुक्ल, जिला उद्यान अधिकारी ओम दत्त शर्मा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी बिजेन्द्र कुमार त्यागी।
जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने इस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित मजिस्ट्रेटों के विरुद्ध कड़ा संज्ञान लेते हुए इन सभी मजिस्ट्रेटों को अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाही बरते जाने पर इनका एक दिन का वेतन रोके जाने के आदेश पारित करते हुए एनडीएम एक्ट के तहत स्पष्टीकरण प्रस्तुत किये जाने के आदेश पारित किये है।
जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया है कि स्पष्टीकरण प्राप्त होने के उपरान्त संतोषजनक न पाये जाने की स्थिति पर सम्बन्धित अधिकारियों के विभागाध्यक्षों को कोरोना वायरस जैसी महत्वपूर्ण बीमारी में लापरवाही बरते जाने के सम्बन्ध में कार्यवाही हेतु पत्र प्रेषित किया जायेगा। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने कोविड -19 ड्यटी में अनुपस्थित रहें सुपरवाईजरों, सर्विलान्स टीमों एवं यूनिट इंचार्जों के वेतन भी अग्रिम आदेशों तक रोके जाने के आदेश पारित किये है।