- यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में दुनिया करेगी उत्तर प्रदेश के ‘क्राफ्ट, कुजीन और कल्चर’ का साक्षात्कार: मुख्यमंत्री
- राष्ट्रपति के हाथों होगा यूपी के प्रथम अंतरराष्ट्रीय ट्रेड शो का उद्घाटन
- बड़े उद्योग, आईटी/आईटीईएस, एमएसएमई, स्टार्ट अप, शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, पर्यटन व संस्कृति, ऊर्जा, नवीकरणीय ऊर्जा, ओडीओपी जैसे सेक्टरों के उद्यमियों, आंत्रप्रेन्योर, विनिमार्ताओं और निर्यातकों के लिए वैश्विक मंच उपलब्ध कराएगा यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो
- पांच दिवसीय अंतरराष्ट्रीय ट्रेड शो में भाग लेने आ रहे 66 से अधिक देशों के खरीदार
- मुख्यमंत्री ने की ट्रेड शो आयोजन के तैयारियों की समीक्षा, कहा, जीआईएस के बाद अब इंटरनेशनल ट्रेड शो के भव्य आयोजन को देखेगी दुनिया
- उत्तर प्रदेश के 54 जीआई उत्पादों पर आधारित होगा विशेष फैशन शो
- नॉलेज सेशन में होगा आधात्मिक संत सद्गुरु का खास सत्र, इरडा के अलावा मुंबई के डब्बावाला के प्रबंधन पर भी विशेष सत्र का होगा आयोजन
- हर जिले के शिल्पकारों, उद्यमियों को करें ट्रेड शो में आमंत्रण, खुलेंगे औद्योगिक अवसर के नए द्वार: मुख्यमंत्री
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। प्रधानमंत्री के यशस्वी मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की ग्रैंड सफलता के बाद अब उत्तर प्रदेश प्रथम इंटनेशनल ट्रेड शो का आयोजन करने जा रहा है। आगामी 21 से 25 सितंबर तक ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट के विशाल परिसर में आयोजित होने जा रहा यह अंतरराष्ट्रीय ट्रेड शो, उत्तर प्रदेश के बड़े उद्योगों, आईटी/आईटीईएस, एमएसएमई, स्टार्ट अप, शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, पर्यटन व संस्कृति, ऊर्जा, ओडीओपी जैसे सेक्टरों के उद्यमियों, आंत्रप्रेन्योर, विनिमार्ताओं और निर्यातकों के लिए वैश्विक मंच उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अभूतपूर्व प्रयास होगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के हाथों आगामी 21 सितम्बर को इसका भव्य शुभारंभ होगा।
गुरुवार को इस महत्वपूर्ण आयोजन के तैयारियों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अंतरराष्ट्रीय ट्रेड शो के माध्यम से पूरी दुनिया उत्तर प्रदेश के अद्भुत ‘क्राफ्ट, कुजीन और कल्चर’ से साक्षात्कार करेगी। ट्रेड शो में अब तक 66 से अधिक देशों के लगभग 400 खरीदारों के पंजीयन पर प्रसन्नता जताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्रेड शो के सफल आयोजन में भारत सरकार के विदेश मंत्रालय, वाणिज्य मंत्रालय, उद्योग प्रोत्साहन एवं आंतरिक व्यापार विभाग और एमएसएमई मंत्रालय की ओर से अपेक्षित सहयोग मिल रहा है। अधिकाधिक देशों में तैनात भारतीय राजदूतों/उच्चायुक्तों से लगातार संवाद बनाते हुए और अधिक विदेशी खरीदारों, उद्यमियों, कंपनियों को आमंत्रित किया जाए। यह मल्टीसेक्टोरल ट्रेड शो हमारे स्थानीय उद्यमियों, उत्पाद और शिल्प को वैश्विक बाजार उपलब्ध कराने में बड़ा सहायक बनने जा रहा है। गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के प्रबंधन के विद्यार्थियों को कार्यक्रम के आयोजन में सहभागी बनाने की आवश्यकता जताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्रेड शो में छोटे उद्यमियों, नए निर्यातकों और महिला एंटरप्रेन्योर के लिए रियायती दर पर स्टॉल उपलब्ध कराए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के विभिन्न राज्यों के साथ-साथ अनेक देशों से लोग इस आयोजन के प्रति उत्साहित हैं और प्रतिभाग करने आ रहे हैं। ऐसे में इसकी महत्ता के दृष्टिगत आयोजन में सभी विभागों की महत्वपूर्ण भूमिका है। जीआईएस की तर्ज पर एक बार फिर बेहतर अंतर्विभागीय समन्वय के साथ हमें कार्य करना होगा। बैठक में मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी गौतमबुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर व जिलाधिकारी, ग्रेटर नोएडा व यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक प्राधिकरणों के सीईओ से गणमान्य जनों, अतिथियों, उद्यमियों, शिल्पकारों की सुरक्षा व अन्य सुविधाओं के दृष्टिगत सभी प्रबंध करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्रेड शो के साथ-साथ गौतमबुद्ध नगर में ही 22 से 24 सितंबर तक मोटो जीपी रेस का वैश्विक आयोजन भी प्रस्तावित है, ऐसे में यातायात प्रबंधन के संबंध में आवश्यक व्यवस्था कर ली जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि आवश्यकतानुसार अतिरिक्त मैनपावर की तैनाती तत्काल करा दी जाए। आगंतुकों की सुगमता के लिए उचित स्थानों पर विविध भाषाओं में साइनेज भी लगाए जाएं।
प्रदेश के पहले इंटरनेशनल ट्रेड शो को भव्य बनाने पर बल देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 05 दिवसीय इस महत्वपूर्ण ट्रेड शो के दौरान हर दिन एक विशेष थीम पर नॉलेज सेशन भी आयोजित किए जाएं। इरडा के सहयोग से बीमा सेक्टर पर सत्र आयोजित किया जाए, इसी प्रकार, ओडीओपी उत्पादों के पैकेजिंग व मार्केटिंग व निर्यात प्रोत्साहन, इन्वेस्ट यूपी की सफलता व इलेक्ट्रॉननिक्स सॉफ्टवेयर के संबंध में भी सत्र आयोजित किये जायें। इसी तरह, उत्तर प्रदेश के 54 जीआई उत्पादों पर आधारित फैशन शो भी आयोजित किया जाए। मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि नॉलेज सत्र के दौरान मुंबई के प्रसिद्ध डिब्बावाला के प्रबंधन पर डॉ. पवन अग्रवाल का खास सेशन होगा, साथ ही आध्यत्मिक गुरु ईशा फाउंडेशन के संस्थापक ‘सद्गुरु जी’ का प्रेरक उद्बोधन भी प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी 05 दिन उत्तर प्रदेश की कला संस्कृति को प्रदर्शित करती हुई सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी कराई जाएं, साथ ही सभी के लिए उत्तर प्रदेश के जायकेदार व्यंजनों से परिचय कराते विशेष स्टॉल लगाए जाएं।