- कैबिनेट मंत्री की अध्यक्षता में माटी कला जागरूकता की समीक्षा बैठक आयोजित
- अपने कार्यों को ईमानदारी से करते हुए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का
लाभ लें: जिलाधिकारी
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। दुर्गावती देवी सभागार, विकास भवन में कैबिनेट मंत्री राकेश सचान की अध्यक्षता में माटी कला जागरूकता, कार्यक्रम एवं खादी ग्रामो उद्योग व जिला खादी उद्योग की समीक्षा बैठक आयोजित हुई।
राकेश सचान कैबिनेट मंत्री सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, हथकरघा एवं वस्त्राद्योग उ.प्र. का कलैक्ट्रेट परिसर में गार्ड आफ आनर दिया गया। बैठक के शुभारम्भ में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह द्वारा शॉल ओढ़ाकर एवं गुलदस्ता और चरखा भेंट कर उनका स्वागत किया गया। उपस्थित प्रतिनिधियों द्वारा माननीय जिलाधिकारी को शॉल ओढ़ाकर एवं गुलदस्ता और चरखा भेंट किया गया। तदोपरांत मंत्री जी और जिलाधिकारी ने प्रतिनिधियों की समस्याओं एवं विकास कार्यों की जानकारी ली।
संजय श्रीवास्तव जिला खादी एवं ग्रामोद्योग अधिकारी ने कैबिनेट मंत्री राकेश सचान और जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह को विभाग द्वारा जिला में कराये गये प्रगति कार्यों, संचालित योजनाओं सहित सरकार द्वारा लाभार्थियों को मिले लाभो की जानकारी दी। साथ ही उन्होेने कार्य के प्रगति में आने वाली बांधाओं के निस्तारण सहित बजट बढ़ाने का भी अनुरोध किया।
कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने खादी सहित अन्य विभागों की प्रगति रिर्पोट से सन्तुष्ट हुए। मंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा खादी का उत्पादन हो, इसके लिए सरकार द्वारा पूरे प्रयास किये जा रहे हैं। आप लोगों की समस्याओं के निस्तारण हेतु कार्य चल रहा है। जल्द ही आप लोगों को रूई आदि कच्चा माल आपकी डिमांड के अनुसार प्राप्त होगा। प्रदेश सरकार की पहली प्राथमिकता है कि किसी भी उपभोक्ता को मिलावटी समान ना मिले। इसके लिए सरकार ने कुछ नियमों में बदलाव किये है जो कि जरूरी थे। मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार हर व्यक्ति के विकास के संकल्पबद्व है। पिछली बार इस विभाग को 400 करोड़ का बजट मिला था जिसमें बजट की और अधिक जरूरत के चलते माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा 300 करोड़ बढ़ाकर 700 करोड़ कर दिया गया था। आज आपके द्वारा मिली समस्याओं के निस्तारण के लिए कल लखनऊ में माननीय मुख्यमंत्री जी के साथ हमारे विभाग की समीक्षा बैठक है, जिसमें हम इन समस्याओं को रखेंगे और हमे विश्वास है कि आपकी समस्याओं का निस्तारण हो जायेगा। उन्होने कहा कि सर्वे के अनुसार 100 प्रतिशत में से 75 प्रतिशत निर्यात एमएसएमई का है जो कि गर्व की बात है।
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने आयुष्मान कार्ड से सम्बंधित समस्या के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आयुष्मान कार्ड वर्ष 2011 में हुई जनगणना में मिली जानकारी के अनुसार बनाये गये हैं। जनगणना में जिन लोगों की सही जानकारी थी उनके ही आयुष्मान कार्ड बने है और जिनकी जानकारी गलत थीे उनके कार्ड नहीं बने हैं। जिनके कार्ड गलत जानकारी देने से बने है उनके कार्ड निरस्त किये जा रहे है। जल्द ही सर्वे होने के बाद भविष्य में आयुष्मान कार्ड बनाये जायेगे।
उक्त कार्यक्रम में परियोजना निदेशक, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण, जिला विकास अधिकारी, गाजियाबाद खादी एवं ग्रामोद्योग निदेशक श्री प्रवीण कुमार, सहायक आयुक्त उद्योग जिला उद्योग केन्द्र एवं जिला सूचना अधिकारी योगेन्द्र प्रताप सिंह सहित जनपद की लगभग 90 खादी संस्थाओं के अध्यक्ष / मंत्रीयों तथा शासन द्वारा संचालित विभिन्न रोजगारपरक एवं प्रशिक्षण योजनाओं के लाभार्थियों द्वारा प्रतिभाग किया।