अथाह ब्यूरो
लखनऊ। समाजवादी पार्टी की नीतियों और राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए साम्प्रदायिक राजनीति कर रही है। संविधान खत्म कर रही है। कानून और लोकतंत्र की कोई परवाह नहीं कर रही है। भाजपा सरकार की मुद्रा योजना पूरी तरह फेल हो गयी। मुद्रा योजना झुट्ठा योजना बनकर रह गयी। यह योजना कोई प्रभाव नहीं छोड़ पायी। सरकार का दावा है कि 52 करोड़ लोगों को पैसा गया। इस हिसाब से अगर पैसा पाने वालों ने दो लोगों को भी रोजगार दिया होता तो देश में बेरोजगारी शून्य हो गयी होती। मुद्रा योजना में बोला गया 33 लाख करोड़ रुपए बांटा गया यह किसके खाते में गये? क्या किसी ने जीएसटी में रजिस्ट्रेशन कराया? कितना जीएसटी आया? ऐसा तो नहीं कि सरकार ने पूरा पैसा अपने लोगों को दे दिया। इसका जवाब यह जुमलाई सरकार देगी या बैंक देंगे।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय लखनऊ में डा. राममनोहर लोहिया सभागार में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार की सभी योजनाएं फेल हो चुकी है। इसीलिए यह सरकार ध्यान बंटाने के लिए कम्युनल पॉलिटिक्स कर रही है। जब से भाजपा अयोध्या लोकसभा चुनाव हारी है तब से और कम्युनल होती जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य रामजी लाल सुमन या किसी अन्य नेता के ऊपर कोई घटना होती है या उन्हें अपमानित किया जाता है तो उसके लिए खुद मुख्यमंत्री जिम्मेदार होंगे। क्योंकि धमकी देने वाले वाले उस संगठन पर मुख्यमंत्री जी का हाथ है। जितने भी लोग धमकी देने में दिखाई दे रहे हैं, उनका जातीय कनेक्शन मुख्यमंत्री से है। इसीलिए उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है। मुख्यमंत्री ही ऐसे लोगों को बढ़ावा दे रहे हैं।
यादव ने कहा कि जिस तरह से हिटलर के जमाने में ट्रूपर्स होते थे उसी तरह से मुख्यमंत्री ने एक हिडेन अंडर ग्राउण्ड फौज तैयार की है, जो लोगों को समय-समय पर थानों, तहसीलों में अपमानित कर रही है। पैसे लूटने में सबसे आगे दिखाई दे रही है। भ्रष्टाचार और अपराध पर जीरों टॉलरेंस का दावा जीरो है। इनका अधिकारी भ्रष्टाचार में पकड़ा गया। वह मुख्यमंत्री आवास में छिपा है। उन्होंने कहा कि भाजपा जबसे सत्ता में आयी है। साजिश और षडयंत्र करके पीडीए के लोगों को अपमानित कर रही है। पीडीए के लोगों को जीवन में कभी न कभी अपमानित होना पड़ता है। मुख्यमंत्री जी 80 और 20 की बात करते है। भाजपाई अपमान के खिलाफ पीडीए एकजुट है। यह लड़ाई 90 प्रतिशत और 10 प्रतिशत की है। 90 प्रतिशत पीडीए के साथ है और पीडीए समाजवादी पार्टी के साथ है।
अखिलेश यादव ने कहा कि यह लम्बी लड़ाई है। कोई मनु महाराज थे। वही गड़बड कर गये। जिसकी वजह से आज भी हम लोगों को अपमानित होना पड़ रहा है। दिल्ली की मुख्यमंत्री की टिप्पणी पर पर अखिलेश यादव ने कहा कि यही भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा है। राम नवमी पर जगह-जगह हुई अराजकता को लेकर उन्होंने कहा कि अराजक तत्वों पर कार्रवाई इसलिए नहीं होती है, क्योंकि अराजकता फैलाने वाले मुख्यमंत्री जी की जाति के है। उन्हें इम्यूनिटी मिल हुई है। न एसओ कुछ बोलगा, न एसपी, डीएम और कमिश्नर कुछ बोलेंगे। इसलिए हम लोग कहते हैं कि भाजपा सरकार में बाबा साहब का संविधान खतरे में है। कानून खतरे में है। उन्होंने कहा कि संविधान हम लोगों की ढाल है। हमारी संजीवनी है। हम सबको सम्मान दिलाता हैं। भाजपा सरकार संविधान के लिए खतरा पैदा कर रही है। सोचने वाली बात हे कि एक लोकतांत्रिक देश में जहां संविधान है। कानून है और शपथ ली गयी हो वहां कोई भी व्यक्ति झंडा लेकर अराजकता फैलाए और पुलिस देखती रहे तो सोचिए कि क्या कानून का राज है।