- उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का दिल्ली दौरा
- राष्टÑीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से जिला- महानगर अध्यक्ष पदों पर बदलाव को लेकर हुई चर्चा
- बदलाव जब भी होगा दो नये मंत्री हो सकते हैं सरकार का हिस्सा
अशोक ओझा
नयी दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी के दिल्ली दौरे को लेकर पूरे उत्तर प्रदेश में चर्चाओं का बाजार गर्म है। इसे मंत्रिमंडल में फेर बदल से भी जोड़कर देखा जा रहा है, लेकिन जल्द ही मंत्री मंडल में फेरबदल की गुंजाइश कम ही है। हालांकि पूरी कसरत प्रदेश के जिला व महानगर अध्यक्षों के बदलाव के लिए है। यहीं कारण है कि चौधरी ने राष्टÑीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से लंबी मुलाकात की।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में भाजपा के 50 फीसद से अधिक जिला व महानगर अध्यक्षों की छुट्टी होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। इसके साथ ही नये जिला व महानगर अध्यक्षों की नियुक्ति होनी है। सूत्रों के अनुसार 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष इतने बड़े फेरबदल में किसी भी प्रकार का रिस्क लेने को तैयार नहीं है। प्रदेश नेतृत्व परिवर्तन की सूची पर केंद्रीय नेतृत्व की मुहर लगवाना चाहता है। जिससे बाद में कोई सवाल उठे तो नेतृत्व खुद को बचा सके। इसके साथ ही इस सूची को लेकर भाजपा के राष्टÑीय स्तर के वरिष्ठ नेताओं की सहमति भी प्राप्त की जा रही है। यदि ऊपर से निर्देश हुआ तो नामों में बदलाव भी हो सकता है। इसी सूची को लेकर भूपेंद्र सिंह चौधरी और जेपी नड्डा में शुक्रवार को लंबी बैठक हुई। जानकारों की मानें तो चौधरी इस सूची पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की सहमति भी हासिल करेंगे। सूत्रों की मानें तो गाजियाबाद के साथ ही लखनऊ के बदलाव में उनका इशारा ही काफी रहेगा। कुछ ऐसा ही नोएडा और गौतमबुद्धनगर के मामले में भी है।
सूत्रों का मानना है कि जिला व महानगर अध्यक्षों में बदलाव की घोषणा 31 जुलाई से लेकर तीन अगस्त तक की जायेगी। हालांकि अपना नाम सूची में शामिल करवाने के इच्छुक दावेदारों के साथ ही जिन्हें हटने का खतरा है उन्होंने लखनऊ से कल से ही दिल्ली कूच करना शुरू कर दिया और अपने अपने आकाओं की शरण में पहुंच गये हैं। हो चाहे कुछ भी, लेकिन दावेदारों के साथ ही वर्तमान अध्यक्षों की रातों की नींद गायब हो चुकी है।
भाजपा के विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि भूपेंद्र सिंह चौधरी के दिल्ली दौरे को लेकर मंत्रिमंडल में बदलाव की चर्चा भी चल रही है। लेकिन इस चर्चा में कोई दम नहीं है। वर्तमान समय में प्रदेश मंत्रिमंडल में कोई बदलाव नहीं होने जा रहा। अब प्रदेश सरकार के मंत्रियों को चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है कि कौन हटेगा और कौन मंत्री बनेगा। इतना अवश्य है कि जब भी केंद्रीय नेतृत्व और खासकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंजूरी देंगे उस समय ओम प्रकाश राजभर एवं दारा सिंह चौहान अवश्य मंत्री पद की शपथ लेंगे। लेकिन बदलाव के समय पार्टी किन जातियों पर फोकस करेगी यह आने वाला समय बतायेगा। बहरहाल दावेदारों और वर्तमान अध्यक्षों को अभी कुछ समय और इंतजार करना होगा।