9 भाजपा,सपा ,कांग्रेस से एक एक,निर्दलीय एक कांग्रेस
अथाह संवाददाता, गाजियाबाद। शुक्रवार को नगर निगम बोर्ड की हुई पहली बैठक में कार्यकारिणी के 12 सदस्यों का चुनाव निर्विरोध हुआ। सत्तासीन भाजपा ने चुनाव मैदान में अपने 10 पार्षदों को उतारा था। मगर ऐनवक्त पर महापौर सुनीता दयाल के आग्रह पर चुनाव मैदान से वार्ड 81 से पार्षद धीरज अग्रवाल ने अपना नामांकन पत्र वापिस ले लिया। इसके साथ ही निर्विरोध चुनाव संपन्न हो गया। कार्यकारिणी के सदस्य बने पार्षदों में भाजपा से नौ, सपा और कांग्रेस से एक एक पार्षद और एक निर्दलीय है। कांग्रेस से पार्षद अजय शर्मा, एसपी से आदिल मलिक, निर्दलीय धीरेन्द्र यादव, भाजपा से पार्षद प्रवीण चौधरी, मनोज त्यागी, राजकुमार भाटी, गौरव सोलंकी, यशपाल पहलवान, रेखा गोस्वामी, मनोज त्यागी कार्यकारिणी सदस्य बने है। कार्यकारिणी चुनाव के लिए शुरू हुई प्रक्रिया में सुबह कार्यकारिणी के लिए 13 पार्षदों ने नामांकन पत्र जमा कराए थे। नाम वापिसी का समय 12 बजकर 50 मिनट का था। बीजेपी ने लाख कोशिश की कि गैर बीजेपी पार्षद चुनाव से नाम वापिस ले ले। मगर अंत में बीजेपी को ही अपने एक प्रत्याशी धीरज अग्रवाल का नाम वापिस लेना पड़ा।
भाजपा द्वारा धीरज अग्रवाल का नाम वापस लेने का मामला बेहद चर्चा में रहा बताया गया कि जब भाजपा ने चुनाव मैदान में 10 पार्षद प्रत्याशी उतारे तो अचानक धीरज अग्रवाल का नाम वापिस क्यों लिया। जानकारों का कहना है कि बीजेपी को डर था कि अगर चुनाव हुआ तो क्रॉस वोटिंग हो सकती है।
अनाउंस होते ही सदन से बाहर चले गए महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा निगम कार्यकारिणी चुनाव को लेकर जैसे ही नामांकन की प्रक्रिया शुरू हुई इसके साथ ही सदन में बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए। इनमें कई गैर पार्षद भी शामिल थे। बीजेपी के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा भी अपनी टीम के साथ सदन में पहुंच गए। जबकि वह सदन के सदस्य नहीं थे। इसी के बाद ही सदन में गैर पार्षदों को बाहर जाने की मांग उठने लगी। इस दौरान पूर्व पार्षद सुनील यादव भी सदन में थे। महापौर ने लोगों से बारबार निवेदन किया कि जो भी गैर पार्षद है वह सदन से बाहर जाए। मगर वह सदन से बाहर नहीं गए। इसके बाद महापौर ने निवेदन के बाद भी बाहर नहीं जाने वाले गैर पार्षद लोगों को बाहर निकालने के लिए महापौर को पुलिस सदन में बुलानी पड़ी। यह नजारा देख भाजपा के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा अपनी टीम के साथ सदन से बाहर चले गए। इस दौरान सदन से बाहर जाने को लेकर पुलिस और पूर्व पार्षद सुनील यादव के साथ नौक झौंक भी हुई। हालांकि बाद में यादव बाहर चले गए।
– महापौर सुनीता दयाल ने कहा कि-कार्यकारिणी के चुनाव को पारदर्शिता और निष्पक्ष कराना लक्ष्य था। ऐसे में हमने अपने ही एक प्रत्याशी को चुनाव मैदान से हटाकर निर्विरोध चुनाव कराया।बसपा पांच पार्षद होने के बाद भी अपने एक सदस्य को कार्यकारिणी में नही भेज पाई जबकि कांग्रेस ने तीन पार्षद होने पर अजय शर्मा को जिता लिया।