- सिविल एविएशन मिनिस्टर हरदीप सिंह पुरी ने कहा- हमारी कोशिश रही है कि हम हर फंसे हुए नागरिक तक पहुंचें, कोई भारतीय नहीं छूटेगा
- जुलाई से 7 देशों में एयर बबल एग्रीमेंट के तहत इंटरनेशनल फ्लाइट्स को ऑपरेट किया जा रहा है
भारत (India) ने 13 देशों के साथ एयर बबल एग्रीमेंट(Air Bubble Agreement) करने के लिए बातचीत शुरू कर दी है। इनमें ऑस्ट्रेलिया, जापान और सिंगापुर जैसे देश शामिल हैं। सिविल एविएशन मिनिस्टर हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि एग्रीमेंट के तहत इंटरनेशनल फ्लाइट ऑपरेशन के लिए बातचीत चल रही है। दोनों देशों के बीच एयर बबल पैक्ट (Air Bubble
Pact) के तहत की वहां की एयरलाइंस कुछ प्रतिबंध के साथ एक-दूसरे देश में ऑपरेट कर सकती हैं। (भारत India)
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पुरी ने ट्विटर पर लिखा कि पड़ोसी देश श्रीलंका, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, नेपाल और भूटान के लिए भी एयर बबल(Air Bubble) का प्रस्ताव है। जुलाई में भारत ने अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, जर्मनी, संयुक्त अरब अमीरात, कतर और मालदीव के साथ समझौता किया था।
इन 13 के अलावा अन्य पर भी विचार करने की सोच रहा भारत(India)
पुरी ने कहा कि अब हम इन प्रयासों को आगे ले जा रहे हैं और इस तरह की व्यवस्था के लिए 13 और देशों के साथ बातचीत कर रहे हैं। इनमें ऑस्ट्रेलिया, इटली, जापान, न्यूजीलैंड, नाइजीरिया, बहरीन, इजरायल, केन्या, फिलीपींस, रूस, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया और थाईलैंड शामिल हैं। उन्होंने कहा कि भारत इन 13 देशों के अलावा भी अन्य देशों के साथ ऐसे समझौते पर विचार करेगा।
उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश रही है कि हम हर फंसे हुए नागरिक तक पहुंचें। कोई भी भारतीय पीछे नहीं छूटेगा। कोरोना की वजह से 23 मार्च से भारत में इंटरनेशनल फ्लाइट्स रद्द हैं।
क्या है एयर बबल एग्रीमेंट
इसके तहत दो देशों के वैलिड वीजा वाले पैसेंजर एक-दूसरे के देश में बिना परेशानी के जा सकते हैं। इसमें मुख्य तौर पर सरकारी एयरलाइंस से सफर करने वाले पैसेंजर होते हैं। मसलन, अगर कोई यात्री कनाडा जाना चाहता है तो उसे पहली प्राथमिकता एयर इंडिया(Air India) या एयर कनाडा (Air Canada) को देनी होगी। इसके तहत विदेश में रहने वाले भारतीय (ओसीआई) देश लौट सकते हैं। एग्रीमेंट में शामिल देश के नागरिक बिजनेस, मेडिकल या एम्पलाई वीजा पर भारत आ सकते हैं।