दक्षिणी एयर कमांड के तहत तेजस (Tejas) की 45 स्क्वॉड्रन (फ्लाइंग डैगर्स) को पाकिस्तान सीमा के पास पश्चिमी मोर्चे पर तैनात किया गया है।
- दक्षिणी एयर कमांड के तहत तेजस (Tejas) की 45 स्क्वॉड्रन (फ्लाइंग डैगर्स) को पाकिस्तान सीमा के पास पश्चिमी मोर्चे पर तैनात किया गया
- वायुसेना और रक्षा मंत्रालय को इस साल के अंत तक 83 मार्क-1ए एयरक्राफ्ट की डील के फाइनल होने की उम्मीद
डिफेंस सेक्टर को आत्मनिर्भर बनाने की ओर सेना ने एक और कदम बढ़ा दिया है। वायुसेना ने देश में ही बने फाइटर एयरक्राफ्ट तेजस को पश्चिमी मोर्चे पर तैनात किया है। इससे पाकिस्तान से सटी सीमा पर नजर रखी जा सकेगी।
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सूत्रों के हवाले से न्यूज एजेंसी ने बताया कि तेजस को पाकिस्तान बॉर्डर के पास दुश्मन की किसी भी तरह की हरकत से बचने के इरादे से तैनात किया गया है। दक्षिणी एयर कमांड के तहत तेजस (Tejas) की 45 स्क्वॉड्रन (फ्लाइंग डैगर्स) को पाकिस्तान सीमा के पास पश्चिमी मोर्चे पर तैनात किया गया है।
प्रधानमंत्री ने भी सराहा था
स्वदेशी तेजस(Tejas) की तारीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन के दौरान की थी। उन्होंने कहा था कि एलसीए मार्क-1ए वर्जन को खरीदने की डील जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।
स्वदेशी विमान तेजस(Tejas) का पहला स्क्वॉड्रन इनीशियल ऑपरेशनल क्लीयरेंस वर्जन का है। दूसरा- 18 स्क्वॉड्रन ‘फ्लाइंग बुलेट्स’ फाइनल ऑपरेशनल क्लीयरेंस वर्जन है, जिसे वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने 27 मई को कोयंबटूर के सुलूर एयरबेस से उड़ाया था।
83 मार्क-1 एयरक्राफ्ट की डील अंतिम चरण में
वायुसेना और रक्षा मंत्रालय को इस साल के अंत तक 83 मार्क-1ए एयरक्राफ्ट की डील के फाइनल होने की उम्मीद है। चीनी सीमा पर जारी तनाव के मद्देनजर वायुसेना ने अपनी ताकत पाकिस्तान और चीन सीमा पर बढ़ा रखी है। सेना के फॉरवर्ड बेस को ताकतवर बनाया गया है, जिससे पश्चिमी और उत्तरी मोर्चे पर हर हालात से निपटा जा सके।