- ट्रिपल इंजन की गति से यूपी के विकास में जुटे सीएम योगी फिर बनेंगे जीत के नायक
- 14 निगमों में भाजपा के बने थे महापौर, अबकी 17 में बनाएंगे शहर की सरकार
- प्रबुद्धजन सम्मेलन के जरिए पहले भी मतदाताओं से संवाद साध चुके हैं योगी आदित्यनाथ
- योजनाओं के लाभार्थियों को भी मंचों पर ही दे रहे चाबी, चेक और सम्मान
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। महज कुछ दिनों में निकाय चुनाव की दुदुंभी बजने की उम्मीद है। सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों के चुनावों में भी भाजपा की जीत का मार्ग प्रशस्त करने में अग्रणी भूमिका निभाने वाले योगी आदित्यनाथ सौगातों और संवाद के जरिए निकाय चुनावों में भी जीत के नायक बनेंगे। यूपी के ट्रिपल इंजन की गति से विकास के लिए सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ मतदाताओं से निकायों में कमल खिलाने की अपील कर रहे हैं। पिछले चुनाव में 14 नगर निगम में महापौर जीतने वाली भाजपा इस बार सभी 17 सीटों पर काबिज होने की तैयारी में है। इसके लिए भाजपा के पास पीएम मोदी और सीएम योगी के विकास मॉडल के साथ ही ईमानदार छवि का साथ भी है। वहीं विपक्ष अभी तक उधेड़बुन में है, जबकि योगी आदित्यनाथ सभी निगम/निकाय क्षेत्रों के साथ अनेक योजनाओं के लाभार्थियों को मंच से ही चाबी, चेक के साथ सम्मान भी दे रहे हैं।
अबकी बार 17 पर कमल खिलाने का दावा
यूपी में 2017 तक नगर निगम की 16 सीटें थीं। इनमें से 14 पर भाजपा काबिज थी, जबकि मेरठ व अलीगढ़ में बसपा ने जीत हासिल की थी। इस बार भाजपा पूरी 17 सीटों पर जीत के लिए तैयारी कर रही है। सूबे के लगभग 652 निकायों में 1300 पार्षद हैं। नगर निगम में भाजपा के लगभग 596, बसपा के 147, सपा के 202 व निर्दलियों के पास 225 पार्षद हैं। नगर पालिका पर नजर दौड़ाएं तो भाजपा के लगभग 70 चेयरमैन व 923 पार्षद हैं। विपक्ष इस फेहरिस्त में काफी पीछे है। नगर पंचायत में 438 में से 100 चेयरमैन और 664 सदस्य भाजपा के हैं। यहां भी विपक्ष की हालत खराब है। 2023 में भाजपा इस अंतर को और बढ़ाने के लिए तैयारी कर रही है।
ट्रिपल इंजन की सरकार तेजी से कराएगी विकास
मुख्यमंत्री आजमगढ़, गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज आदि क्षेत्रों में जाकर जनता से संवाद स्थापित कर चुके हैं। वे अपने भाषणों में उदाहरणों के जरिए साफ कर चुके हैं कि डबल इंजन की सरकार डबल गति से विकास कर रही है तो वहीं निकायों में ट्रिपल इंजन की सरकार बनवाकर विकास को तेजी से धरातल पर उतारने का आह्वान भी कर रहे हैं। सीएम इन क्षेत्रों में विकास की कई योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास भी कर चुके हैं। सीएम ने आजमगढ़ में 4585 करोड़, देवरिया में लगभग 481 करोड़, गोरखपुर में दो दिन में 1056 करोड़ से अधिक, महराजगंज में 2791 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात दी।
प्रबुद्धजन सम्मेलनों में भी लाभार्थियों को विकास से जोड़ा था
योगी आदित्यनाथ सभी 17 निगम क्षेत्रों में प्रबुद्धजन सम्मेलनों के जरिए लाभार्थियों को विकास से जोड़ चुके हैं। यही नहीं, विकास की अनेक योजनाओं के लाभार्थियों को योगी आदित्यनाथ ने खुद चेक, चाबी और सम्मान भी दिया। योगी आदित्यनाथ सभी 17 निगम क्षेत्रों में स्वयं व अपनी कैबिनेट के जरिए संवाद-विकास का यह क्रम निरंतर जारी रखेंगे। 1400 से अधिक सभासदों व तकरीबन 200 से अधिक पालिका चेयरमैन का चुनाव होना है। इनमें से सर्वाधिक सीटों पर कमल खिलाने के साथ ही बोर्ड भी भाजपा का बनाने के लिए योगी के नेतृत्व में भाजपा ने तैयारी कर ली है।