Dainik Athah

संस्कृति व राष्ट्रीयता से परिपूर्ण शिक्षा ही सार्थक : मुख्यमंत्री

दिल्ली पब्लिक स्कूल की गोरखपुर शाखा का सीएम योगी ने किया उद्घाटन

अथाह संवाददाता
गोरखपुर।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि समयानुकूल गुणवत्तापूर्ण, संस्कृति, संस्कार, परंपरा और राष्ट्रीयता से परिपूर्ण शिक्षा ही सार्थक होती है। शिक्षण संस्थानों की जिम्मेदारी है कि वे समग्र व्यक्तित्व विकास के साथ विद्यार्थियों को शासन की उन योजनाओं की भी जानकारी दें जिसके सहयोग से वे अपने भावी जीवन लक्ष्यों को हासिल कर सकें।

सीएम योगी रविवार को मानीराम स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) गोरखपुर के उद्घाटन/स्थापना समारोह ‘अभ्युदय’ को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना से जब पूरी दुनिया पस्त थी तब भारत नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लेकर आया। यह शिक्षा नीति डीपीएस जैसी संस्थाओं के लिए भी अनेक संभावनाओं के द्वार खोलती है। उन्होंने कहा कि भारतीय मनीषा ने सदैव इस बात पर जोर दिया है कि ज्ञान कहीं से मिले, अंगीकार करें। शिक्षा के केंद्र ऐसे होने चाहिए जो सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त करें। सिर्फ सर्टिफिकेट और डिग्री लेकर बेरोजगारों की कतार न तैयार हो, इसके लिए शिक्षण संस्थाएन भी पहल करें।


20 युवाओं के समूह से अपनी मुलाकात का एक संस्मरण सुनाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षण के दौरान ही विद्यार्थियों को शासन की योजनाओं की जानकारी दी जानी चाहिए ताकि विद्यार्थी समय से अपने लक्ष्य निर्धारित कर सकें। तकनीकी को आज की जरूरत बताने के साथ सीएम ने सतर्क और सजग रहने की भी सीख दी। कहा कि हम टेक्नोलॉजी का सही प्रयोग करें, उसके दास न बनें। टेक्नोलॉजी को लोक कल्याण और राष्ट्र कल्याण का माध्यम बनाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि डीपीएस के प्रो वाइस चेयरमैन विशाल सिंह ने कुशीनगर, महराजगंज और सिद्धार्थनगर में डीपीएस शाखा खोलने की इच्छा जताई है। ये तीनों सीमावर्ती जिले हैं और वहां अच्छे संस्थानों के आगे आने पर सरकार हर संभव सहयोग करेगी।

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में निवेश को धरातल पर उतारना पवित्र कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ ही सीमाई बिहार और नेपाल के लोगों के लिए शिक्षा, चिकित्सा, रोजगार, व्यापार का बड़ा केंद्र है। ऐसे में डीपीएस ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए निवेश को धरातल पर उतारने का पवित्र कार्य किया है। उन्होंने कहा यह विद्यालय जहां है, वहां आसपास कई संस्थान खुल चुके हैं। यहां से गौतम बुद्ध की जन्मस्थली लुम्बिनी की दूरी सिर्फ एक घण्टे की है। साथ ही कुशीनगर तक एक बाईपास भी बनाया जा रहा है जिससे बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली की दूरी मात्र आधे घण्टे में पूरी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इसी क्षेत्र में हम ‘नया गोरखपुर’ का प्रोजेक्ट भी ला रहे हैं।

पीएम मोदी के नेतृत्व में बदल रहा है भारत
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत बदल रहा है। नौ वर्षों से एक नए भारत का दर्शन हो रहा है। उन्होंने कहा कि चुनौतियों में ही नेतृत्व के सामर्थ्य की परीक्षा होती है। कोरोना महामारी की चुनौती को भारत ने स्वीकार किया, उसे अवसर के रूप में बदला और दुनिया के सामने एक मॉडल प्रस्तुत किया। संवेदनशील सरकार ने फ्री टेस्ट, फ्री उपचार, फ्री वैक्सीन के साथ 80 करोड़ लोगों के लिए फ्री राशन की व्यवस्था की। कहा कि पाकिस्तान की आबादी 22 से 23 करोड़ होगी लेकिन वहां रोटी के टुकड़ों के लिए लाले पड़े हैं। दूसरी तरफ भारत तीन वर्ष से 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दे रहा है। यह नेतृत्व के सामर्थ्य और इच्छाशक्ति का परिचायक है।

इंसेफेलाइटिस की वैक्सीन आने में लग गए थे 101 साल
सीएम योगी ने कहा कि 1977-78 में पूर्वी उत्तर प्रदेश में दस्तक देने वाली बीमारी इंसेफेलाइटिस का वैक्सीन भारत आने में 101 साल लग गए थे जबकि कोरोना महामारी के नौवें माह में ही भारत ने पीएम मोदी के नेतृत्व में दो स्वदेशी वैक्सीन बना लिए। इंसेफेलाइटिस का वैक्सीन जापान में 1905 में ही बन गया था लेकिन 2006 में यह भारत तब लाया गया जब इंसेफेलाइटिस को लेकर उन्होंने सड़क से संसद तक जोरदार संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि 2017 में जब पीएम मोदी ने उन्हें मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी दी तो उन्होंने व्यापक अभियान चलाकर इंसेफेलाइटिस के रोकथाम पर ध्यान दिया। इसका परिणाम है कि चालीस साल में पचास हजार से अधिक मासूमों को असमय काल कवलित करने वाली इंसेफेलाइटिस अब पूरी तरह नियंत्रित है।


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