- केंद्रीय मंत्री ने मोबाइल वेटनरी यूनिट वाहनों को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। रविवार को स्थानीय सांसद एवं केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग राज्यमंत्री डॉ. वी.के. सिंह ने हापुड़ के कलेक्ट्रेट भवन में भारत सरकार की “पशुचिकित्सालयों एवं पशुसेवा केन्द्रों की स्थापना एवं सुदृढीकरण योजना के अन्तर्गत उ प्र सरकार द्वारा मोबाइल वेटनरी यूनिट वाहनों का हरी झंडी दिखाकर संचालन प्रारम्भ किया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा इस योजना का शुभारंभ किया गया। यह प्रति 01 लाख पशुधन पर 01 मोबाइल वेटनरी यूनिट उपलब्ध हुई है। मोबाइल वेटनरी यूनिट के द्वारा पशुपालकों के द्वार पर आकस्मिक पशुचिकित्सा सेवाऐं प्रदान की जायेंगी। योजनान्तर्गत 01 पशुचिकित्सक, 01 मल्टीटास्क पर्सनल तथा 01 ड्राईवर कम अटेन्डेन्ट की व्यवस्था सेवा प्रदाता फर्म चिकित्सा हेल्थ केयर द्वारा प्रत्येक एमवीयू पर करायी गयी है। चिकित्सा सेवाओं के लिए दवाईयां व अन्य लोजिस्टिक की उपलब्धता पशुपालन विभाग द्वारा करायी जायेंगी।
प्रारम्भिक चरण में मोबाइल वेटनरी यूनिट्स का संचालन पूर्व निर्धारित भ्रमण मार्ग चार्ट के अनुसार किया जायेगा, जो प्रात: 08 बजे से प्रारम्भ होकर अपराह्न 02 बजे तक चलाया जायेगा। प्रत्येक फिक्स रूट पर वाहन 03 स्थानों पर स्टेशन कैम्प करेगा, जहां पर सम्बन्धित ग्राम में पूर्व प्रेषित सूचना के आधार पर अपने पशुओं के साथ पहुंचे हुए पशुपालकों को हर प्रकार की पशुचिकित्सा सेवा, कृत्रिम गभार्धान सेवा लघु शल्य चिकित्सा, कृमिनाशक दवापान, गर्भ परीक्षण बधियाकरण एवं टीकाकरण की सेवाओं के साथ-साथ रक्त व मलमूत्र की जांच की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी।
इस योजना का लाभ उठाने वाले पशुपालकों से शुल्क के आधार पर पशुचिकित्सालयों एवं पशुसेवा केन्द्रों पर लिये जा रहे सेवा शुल्क को ही लिया जायेगा। योजना की सुविधा पशुचिकित्सालयों एवं पशुसेवा केन्द्रों से 02 किलोमीटर के क्षेत्र में रहने वाले पशुपालकों को उपलब्ध नहीं होगी। यह योजना दूर दराज में रहने वाले गरीब पशुपालकों के लिए समस्याओं के निदान एवं पशुधन से आय बढाने में मील का पत्थर साबित होगी।
इस कार्यक्रम में हापुड़ जनपद की जिलाधिकारी प्रेरणा शर्मा, मुख्य विकास अधिकारी प्रेरणा सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष रेखा नागर , धौलाना ब्लॉक प्रमुख निशांत सिसोदिया एवं अन्य अधिकारी और संगठन पदाधिकारी व कार्यकतार्ओं की उपस्थिति रहे।