अथाह ब्यूरो
नई दिल्ली। एनसीआरटीसी ने एचआरआईडीसी के साथ ज्ञान और तकनीकी क्षमता साझा करने के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। इसके अंतर्गत एनसीआरटीसी आंतरिक रूप से विकसित अपने आईटी टूल, स्पीड © को एचआरआईडीसी में इम्पलिमेंट करेगा। एचआरआईडीसी आने वाले समय में कई रेल परियोजनाओं को लागू करने की योजना बना रहा है, जिसमें ‘हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर’ परियोजना भी शामिल है जो सोहना, मानेसर और खरखौदा के रास्ते पलवल को सोनीपत से जोड़गी। यह यात्री रेल सेवा और माल ढुलाई के लिए एक ब्रॉड-गेज डबल रेलवे लाइन है जो डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) और भारतीय रेलवे को निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। स्पीड © इनके कार्यान्वयन में एक अत्यंत महत्वपूर्ण उपकरण साबित होगा।
स्पीड © यानी ‘सिस्टेमैटिक प्रोग्राम इवॉल्यूशन फॉर एफिशीएंट डिलीवरी ऑफ प्रोजेक्ट’, एक कस्टम-बिल्ट एप्लिकेशन (सॉफ्टवेयर) है जिसमें परियोजना के जमीनी स्तर की व्यावहारिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सभी केंद्रित सुविधाएं और क्षमताएं अंतर्निहित हैं।
स्पीड अलग-अलग टूल/ऐप्स जैसे प्राइमावेरा, कॉमन डेटा एनवायरनमेंट (सीडीई), अटेंडेंस ऐप, क्वालिटी ऐप और अन्य एप्लिकेशन से सूचना और डेटा लेकर उनका उपयोग एक प्लेटफॉर्म पर करता है और महत्वपूर्ण परफॉर्मेंस इंटिकेटर्स के आधार पर विभिन्न रिपोर्ट एक विज़ुअल डैशबोर्ड के रूप में आउटपुट देता है, जिससे उसे समझ पाना आसान हो जाता है। एप्लिकेशन की प्रमुख विशेषताओं में पूर्व-निर्माण और निर्माण दोनों स्तरों पर परियोजना के निर्माण प्रगति की निगरानी करना शामिल है। पूर्व-निर्माण कार्यों में शामिल गतिविधियों को स्पीड में विभिन्न उप-चरणों के साथ परिभाषित किया जा सकता है, जिसमें भूमि अधिग्रहण, यूटिलिटीज़ की पहचान, यूटिलिटि डायवर्ज़न की प्रगति, साइट क्लियरेंस आदि शामिल हैं।स्पीड पर फील्ड इकाइयों द्वारा क्रियान्वित सभी संबंधित गतिविधियों/तत्वों की दैनिक आधार पर प्रगति दर्ज की जाती है। इसके अलावा, फील्ड इंजीनियर साइट से अपने फोन/टैबलेट/लैपटॉप के माध्यम से ही गतिविधि पूरी होने पर सूचना इस पर दर्ज कर सकते हैं।
एनसीआरटीसी को इस तकनीक की असल क्षमता का एहसास वैश्विक महामारी कोविड-19 के समय दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के कार्यान्वयन के दौरान हुआ था जब राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन ने निर्माण प्रगति को, समय पर बनाए रखने में कई अभूतपूर्व चुनौतियां पेश कीं। उस दौरान, स्पीड ने अलग-अलग साइटों पर काम करने वाली सभी टीमों के लिए बिना मिले, परियोजना की प्रगति समय पर बनी रहे यह सुनिश्चित करना और निर्बाध रूप से समन्वय बनाए रखने को संभव बना दिया।इस अवसर पर बोलते हुए, एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक विनय कुमार सिंह ने कहा, “स्पीड के उपयोग द्वारा हमारे लिए दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के कार्यान्वयन में समय की काफी बचत करना संभव हो सका। एचआरआईडीसी प्रबंध निदेशक ने कहा कि, “एचआरआईडीसी और एनसीआरटीसी दोनों परिवर्तनकारी रेल-आधारित परियोजनाओं को अमल में ला रहे हैं जो हाई-स्पीड कम्यूटर और माल ढुलाई को सक्षम करने और बदले में क्षेत्र में समृद्धि लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। एनसीआरटीसी ने समय पर और कुशल परियोजना कार्यान्वयन और तकनीकी नवाचार के मामले में पूरे उद्योग के लिए मानदंड स्थापित किए हैं।