विजय नगर में विलोपित कूड़ा घरों को ही बना दिया कूड़ादान
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। नगरायुक्त डॉ नितिन गौड एक तरफ शहर को स्वच्छ सुंदर बनाने के लिए गाजियाबाद को स्वच्छ सर्वेक्षण में पहले पायदान पर लाने को जी तोड़ मेहनत कर अधिकारियों को दिशा निर्देश दे रहे हैं। लेकिन नगरायुक्त की मेहनत पर निगम अधिकारी ही पानी फेरते नजर आ रहे है। विजय नगर निगम जोन के वार्ड नं 25 के आईपीईएम कॉलेज से महज लगभग 100 मीटर की दूरी पर एक सार्वजनिक शौचालय बनाया गया था और उसी के पास कूड़ा को हटाकर ग्रीनरी बनाई थी इस ग्रीनरी बनाने में निगम ने अच्छी खासी रकम भी खर्ची थी। लेकिन आज यहां के हालात अलग ही कहानी बयां कर रहे हैं। विजय नगर जोन के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण विलोपित कूड़ा घर ग्रीनरी के स्थान पर कूड़े के ढेर देखने को मिल रहे है। वहां से गुजरने वाले हजारों छात्रों,लोगो को गंदगी के बीच से होकर जाना पड़ता है।
गौरतलब करने वाली बात यह है कि नगर निगम गाजियाबाद को शहर में 75 घंटे के अंदर 122 विलोपित कूड़ाघर बनाने पर प्रदेश में तीसरा स्थान मिला था और लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में नगर आयुक्त और नगर स्वास्थ्य अधिकारी को सम्मानित किया गया लेकिन सम्मानित होने के बाद अधिकारी विलोपित हुए कुड़ेघर को भूल गए और वहाँ दोबारा से कूड़ा पड़ने लगा। बता दें कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत क्षेत्र में विलोपित कूड़ा घर बनाए गए थे। अभियान चलाकर कूड़े को हटाकर वहां जाली लगाकर हरियाली लगाई गई। पौधे लगाए गए। लेकिन विजय नगर क्षेत्र में जगह जगह सड़क किनारे कूड़े के ढेर देखे जा सकते हैं।