स्वामी प्रसाद के राम चरित मानस पर बयान को लेकर हमलावर हुए केशव
हिंदुओं की आस्थ को आहत करने का काम बिहार में लालू की,यूपी में अखिलेश की पार्टी कर रही है
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। श्री राम चरित मानस पर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर भाजपा सपा एवं अखिलेश यादव पर हमलावर हो गई है। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इस मामले में सपा प्रमुख एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी लगातार हिन्दु भावनाओं को आहत करने वाले बयान दिलाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा भगवान राम देश के कर्म, श्रीकृष्ण ह्रदय और शिव मस्तिष्क है।
मंगलवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में प्रेसवार्ता में केशव प्रसाद मौर्य ने कहा अखिलेश यादव की चुप्पी समाजवादी पार्टी के नए नवेले नेता का श्री राम चरित मानस पर दिये गए बयान का समर्थन है। उन्होंने कहा अखिलेश यादव की करोड़ों राम भक्तों की भावनाओं को आहत करने वाले पर अपने नेता के बयान पर खामोशी उनके द्वारा प्रयागराज के कुम्भ में लगायी गई डुबकी व बार-बार स्वयं को राम और कृष्ण के वंशज बतानें वाले बयान तथा व्यवहार पर सवाल खड़ा करती है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा डा. राम मनोहर लोहिया ने कहा था कि भगवान श्रीराम इस देश के कर्म हैं, भगवान श्रीकृष्ण हृदय तथा भगवान शिव इस देश के मस्तिष्क हैं। अखिलेश यादव बतायें कि डा. राम मनोहर लोहिया के इन विचारों पर उनका क्या मत है? उन्होंने कहा श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन में राम भक्तों को जेलों में ठूसने तथा 30 अक्टूबर व 2 नम्बर 1990 को राम भक्तों के खून से अयोध्या की धरती व सरयू के जल को लाल करने से समाजवादी पार्टी का इतिहास रक्तरंजित है। अखिलेश यादव को अपने इस इतिहास पर भी अपना पक्ष जनता के समक्ष रखना चाहिए।
मौर्य ने कहा हिन्दुओं की आस्था को आहत करने का जो काम बिहार में लालू प्रसाद यादव की पार्टी द्वारा किया जा रहा है, वहीं काम उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की पार्टी कर रही हैं। भगवान श्रीराम को जो न जानते है और न मानते हैं, ऐसे लोगों के माध्यम से सपा द्वारा दिये गए बयानों की मैं कड़ी आलोचना करता हूं। ऐसे बयानों से प्रत्येक रामभक्त की आस्था व भावना आहत है।
उन्होंने कहा अखिलेश यादव पर्दे के पीछे से उत्तर प्रदेश की जनता को भ्रमित करने की जगह यह स्पष्टता से बतायें कि श्री राम चरित मानस पर उनका क्या मत है? उत्तर प्रदेश की जनता और भारतीय जनता पार्टी यह जानना चाहती है।