दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस वे, ईस्टर्न पेरिफरल एक्सप्रेस वे पर दो पहिया चलाया तो भुगतेंगे 20 हजार का चालान
एक्सप्रेस वे के आठ इंट्री प्वाइंट पर काटे जा रहे चालान
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। प्रतिबंध के बावजूद दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर दोपहिया और तीन पहिया वाहनों से सफर करने वालों के खिलाफ यातायात पुलिस सड़क सुरक्षा माह में लगातार अभियान चलाकर कार्रवाई कर रही है। दो दिन के अभियान में 997 दो पहिया वाहनों का चालान किया जा चुका है। यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। रविवार को अभियान में 524 वाहनों के चालान किये गये। नो एंट्री क्षेत्र में प्रवेश कर यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर अब प्रत्येक वाहन चालक को 20 हजार रुपये का जुमार्ना भरना पड़ेगा।
कोहरे में सड़क हादसों को रोकने के लिए एवं सड़क सुरक्षा माह में यातायात पुलिस ने यह विशेष अभियान शुरू किया है। अपर पुलिस उपायुक्त यातायात रामानंद कुशवाहा ने बताया कि ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर दोपहिया व तीन पहिया वाहनों पर प्रतिबंध है। वाहन चालकों को इसकी सूचना देने के लिए जगह-जगह साइन बोर्ड भी लगाए गए हैं। इसके बावजूद दोनों एक्सप्रेसवे पर लोग प्रतिबंधित वाहनों को लेकर सफर कर रहे हैं। शनिवार और रविवार को दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस वे पर 997 वाहनों के चालान किये गये। इनमें 473 वाहनों के चालान शनिवार एवं 524 के चालान रविवार को किये गये।
कहां कहां कट रहे चालान
गौर ग्रीन के सामने निकास स्थल, एबीईएस के सामने विजयनगर साइड, आईएमएस कॉलेज के सामने, वेदांता फार्म हाउस के सामने टोल प्लाजा, दया स्टील एजेंसी के सामने टोल प्लाजा, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के पलवल और कुंडली की ओर से आने वाले निकास बिंदु समेत आठ स्थलों पर चेकिंग कराई गई। सहायक पुलिस आयुक्त यातायात, यातायात निरीक्षक -प्रथम, द्वितीय, तृतीय व चतुर्थ और इंटरसेप्टर टीम ने वाहनों के चालान किए।
2022 में दोनों एक्सप्रेसवे पर 106 लोगों की गई जान
वर्ष 2022 में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न परिफेरल एक्सप्रेसवे पर 168 सड़क दुर्घटनाएं हुईं। इनमें 106 लोगों की जान गई और 125 लोग घायल हुए हैं।
दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस वे एवं ईस्टर्न पेरिफरल एक्सप्रेस वे दो एवं तीन पहिया वाहनों को चलने नहीं दिया जायेगा। चालान के बाद भी यदि दो पहिया वाहन चलते हैं तो उन्हें जब्त करने की कार्रवाई की जायेगी। विश्लेषण से पता चला है कि भीषण दुर्घटनाओं में 44.5 फीसद दुर्घटना दो पहिया वाहनों के कारण हुई है। ठंड के मौसम में एवं कोहरे के कारण भी दुर्घटनाएं होती है। दिसंबर से फरवरी माह दुर्घटनाओं में वृद्धि होती है। ओवर स्पीड के कारण 55.9 फीसद दुर्घटनाएं होती है।
रामानंद कुशवाहा, पुलिस उपायुक्त यातायात कमिश्नरेट गाजियाबाद