Dainik Athah

सीएम योगी के दौरे से पहले छात्रा की अपहरण के बाद हत्या, पुलिस प्रशासन में हड़कंप

किडनेप बच्ची की बुलंदशहर में हत्या

रिहाई के बदले मांगी थी 30 लाख की फिरौती, पड़ोसी युवक समेत दो गिरफ्तार

अथाह सवांददाता

गाजियाबाद। गाजियाबाद में 30 लाख रुपए की फिरौती के लिए अगवा की गई 11 वर्षीय खुशी की हत्या कर दी गई। पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर शव को बुलंदशहर जिले में गन्ने के खेत से बरामद कर लिया। इसमें एक आरोपी मृतका का पड़ोसी और दूसरा उसका दोस्त है। अभी ये क्लियर नहीं हो सका है कि फिरौती के लिए ही किडनेप और मर्डर हुआ या फिर कोई और भी वजह थी। फिलहाल पूरा पुलिस अमला मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में व्यस्त है। सीएम के जाते ही पुलिस आॅफिशियल इसका खुलासा करेगी।


जेसीबी संचालक सोनू अपनी पत्नी के साथ हरियाणा के टोकी मनोली में रहता है। जबकि 11 वर्षीय बेटी खुशी अपने नाना-नानी बिजेंद्र और शांति देवी के पास गाजियाबाद में नंदग्राम थाना क्षेत्र स्थित नई बस्ती कॉलोनी में रहती थी। रविवार सुबह नाना-नानी चारा लेने के लिए चले गए। वापस आए तो घर में खुशी मौजूद नहीं थी। उसी दिन दोपहर में खुशी के पिता सोनू पर अज्ञात नंबर से कॉल आई और बेटी की रिहाई के बदले 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी। पुलिस ने इस मामले में पांच टीमें गठित की थीं।


गला दबाकर हत्या, गन्ने के खेत में लाश मिली
मंगलवार शाम को इस बच्ची का शव बुलंदशहर जिले में कोतवाली देहात थाना क्षेत्र स्थित सराय छबीला के जंगलों में गन्ने के खेत से बरामद हो गया। बच्ची को गला दबाकर मारा गया था। पुलिस ने इस मामले में बच्ची के पड़ोस में रहने वाले बबलू और उसके दोस्त विपिन को गिरफ्तार किया है। खुलासा हुआ कि बबलू ने मेला दिखाने के बहाने बच्ची को किडनेप किया। फिर वो उसको लेकर विपिन के घर पहुंचा। पुलिस जब विपिन के घर पहुंची तो उसकी पत्नी ने बच्ची को घर पर लाने की पुष्टि की। नंदग्राम थाना पुलिस ने अपहरणकर्ताओं की निशानदेही पर मंगलवार को शव बरामद किया है। शव का बुलंदशहर में ही पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। अपहरणकर्ताओं ने उसके पिता सोनू को कॉल कर 30 लाख की फिरौती मांगी थी। बतादें कि सोनू अपनी पत्नी के साथ हरियाणा के टोकी मनोली में रहते हैं। उनके पास तीन जेसीबी मशीन हैं, जिसे वह चलवाते हैं। उनकी बेटी खुशी अपनी नानी के घर नंदग्राम के नई बस्ती मोहल्ला में रहती थी। सोनू ने बताया कि रविवार दोपहर पौने दो बजे उनके पास एक अनजान नंबर से कॉल आई। कॉलर ने उनसे पूछा कि खुशी तुम्हारी बेटी है। हां कहने पर कॉलर ने बेटी के अपहरण करने की बात कहते हुए फिरौती मांगी। कॉल खत्म होने के बाद सोनू ने अपने साले सतीश को फोन किया। सतीश ने घर पर देखा तो खुशी वहां नहीं मिली। उस वक्त खुशी की नानी शांति और नाना बिजेंद्र खेत पर पशुओं के लिए चारा लेने गए थे। काफी तलाश के बाद खुशी नहीं मिली तो सतीश ने मामले की नंदग्राम थाने में सूचना दी थी।

मां ने की थी दूसरी शादी
खुशी के पिता मोन सिंह की 2015 में मौत हो गई थी। पारिवारिक सहमति से खुशी की मां ममता ने देवर सोनू से शादी कर ली थी। ममता के पहले एक बेटी और एक बेटा है। सोनू से शादी के बाद उनका एक और बेटा हुआ। तीनों बच्चों में खुशी सबसे बड़ी है। वह तीसरी कक्षा की छात्रा थी।

 अपहरणकर्ताओं ने 14 बार की थी कॉल 

सोनू का कहना कि रविवार दोपहर को उनका मोबाइल साइलेंट मोड पर था। दोपहर करीब 1:42 बजे कॉल का पता लगने पर उनकी अपहर्ताओं से बात हुई। इसके बाद उन्होंने देखा तो अपहर्ताओं ने उनके पास दोपहर 1बजे से लेकर 1:42 तक 14 कॉल की थी। इसके बाद उन्होंने दोपहर 3:35 बजे तक अपहरणकर्ताओं का नंबर 19 बार मिलाया लेकिन नंबर नहीं लगा। बीसवीं कॉल करने पर अपहरण कर्ताओं ने बात की उन्होंने पूछा कि वह कहां से बोल रहा है इस पर अपहरणकर्ताओं ने कहा कि जगह की बात छोड़ो जितना कहा है उतना करो ।लूट के मोबाइल से बदमाशों ने मांगी थी फिरौती पुलिस ने मोबाइल को ट्रेस किया तो पता चला कि वह किसी व्यक्ति से लूटा हुआ था। इसके बाद पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए कई लोगों को हिरासत में लिया। वहीं शक के आधार पर पुलिस ने बच्ची के नाना के पड़ोसी को भी पकड़ा। पुलिस सभी संदिग्धों से पूछताछ कर रही थी । लेकिन देर रात तक बच्ची के बारे में कोई सुराग नहीं लगा और मंगलवार को बच्ची की लाश बुलंदशहर कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के जंगल से बरामद हुई पुलिस ने घटना के शीघ्र पटाक्षेप करने की बात कही है।

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