प्रशासन के अलावा पूरी अयोध्या को रामनाम की पताका से सजा रहे अयोध्यावासी
रामायण के विभिन्न चरित्रों के नाम पर बने द्वार, झांकियां भी बनकर तैयार
देसी और विदेशी पर्यटकों का पलक पावड़े बिछाकर स्वागत करने को तैयार है पर्यटन विभाग
अथाह ब्यूरो
लखनऊ / अयोध्या। भगवान राम की नगरी अयोध्या अपने आराध्य के अभिनंदन को आतुर दिख रही है। यूं तो अयोध्या के कण कण में राम बसे हैं लेकिन दीपावली की पूर्व संध्या पर होने वाले ऐतिहासिक दीपोत्सव के लिए पूरी अयोध्या अब राममय नजर आ रही है। पूरे नगर में राम नाम की पताका लहरा रही है। प्रवेश द्वार से लेकर राम की पैड़ी तक लगे होर्डिंग और बैनर राम नाम से पटे पड़े हैं। दीपोत्सव के लिए अयोध्या पहुंचे देसी और विदेशी पर्यटक भी रामनामी पहनकर रामधुन गाते नजर आ रहे हैं। कुल मिलाकर 14 वर्ष का वनवास काटकर माता सीता और भाई लक्ष्मण के साथ वापस लौट रहे भगवान राम के लिए त्रेतायुग जैसी मनोरम और राममय अयोध्या सजकर तैयार हो गयी है। विदित हो कि जब भगवान राम वनवास काटकर वापस लौटे थे तो अयोध्यावासियों ने ऐसे ही दीप जलाकर खुशी का इजहार किया था। तभी से दीपोत्सव एवं दीपावली पर्व की शुरूआत हुई।
हर तरफ राम ही राम
जैसे जैसे दीपोत्सव करीब आ रहा है, तैयारियां भी तेज हो गयी हैं। अयोध्या हाईवे से नयाघाट तक दीपोत्सव को लेकर अलग-अलग नामों से 30 अलग-अलग स्वागत द्वार तैयार किए जा रहे हैं। किसी स्वागत द्वार का नाम रामसेतु द्वार रखा गया है तो किसी का भारत द्वार। सीता द्वार, शबरी द्वार, अहिल्या द्वार, जटायु द्वार, हनुमान द्वार, लवकुश द्वार समेत राम से जुड़े प्रत्येक पौराणिक चरित्र के नाम पर ये द्वार तैयार कराए गए हैं। राम की पैड़ी पर राम, सीता, हनुमान, लक्ष्मण, भरत की प्रतिमाओं के पास सेल्फी पॉइंट बनाया गया है। पुष्पक विमान द्वारा भगवान राम के अयोध्या वापसी के चित्रों को भी उकेरा गया है जो भावी पीढ़ी को जागरूक कर रहे हैं। अयोध्या की झांकियां भी लगभग बनकर तैयार हैं। जिनमे राम का जीवन दर्शन दिखाया गया है। इस बार 16 झांकियां निकलने वाली हैं। इनमें 5 झांकियां एनिमेटेड होंगी। झांकियों में शबरी, सीता हरण, राम वनवास, लंका दहन समेत रामायण के तमाम चित्रों का उल्लेख किया गया है।
विभिन्न माध्यमों से आ रहे दीये
अयोध्या में करीब 15 लाख दीयों के जरिये दीपोत्सव के नाम नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है। जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग की ओर से इन दीयों व तेल और बाती की व्यवस्था पूर्ण कर ली गयी है। हालांकि, कई और साधनों से भी दीये अयोध्या पहुंच रहे हैं। कई एनजीओ व निजी संस्थाएं भी दीये का प्रबंध कर रहे हैं जिन्हें देश भर में आम लोगों से जुटाया गया है। जबकि पर्यटक भी अपने साथ दीये लेकर पहुंचे हैं। संभावना है कि इस तरह से सिर्फ अयोध्या में ही 20 लाख से ज्यादा दीये प्रज्वलित हो सकते हैं।
आने लगे मेहमान
अयोध्या में दीपोत्सव का कार्यक्रम पर्यटन विभाग एवं संस्कृति विभाग जिला प्रशासन के साथ मिलकर आयोजित कर रहा है। खासकर पर्यटन विभाग ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। पर्यटन विभाग ने सोशल मीडिया के जरिए देश, प्रदेश और विदेशी मेहमानों को अयोध्या आकर इस पर्व को सेलिब्रेट करने का आमंत्रण दिया था, जिसके बाद यहां मेहमानों का आना शुरू हो गया है। देशी विदेशी मीडिया के साथ सुदूर इलाकों से आये पर्यटक दीपोत्सव को लेकर काफी उत्साहित हैं। प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम के अनुसार पर्यटन विभाग का प्रयास है कि देश और दुनिया के लोग यहां आएं और भारत की संस्कृति, यहां की परंपराओं और इतिहास को जानें। पर्यटकों के लिए यह यादगार वीकेंड हो सकता है जहां उन्हें दीपोत्सव जैसे देश के सबसे बड़े सेलिब्रेशन का हिस्सा बनने का अवसर मिलेगा। दीपोत्सव के साथ ही पर्यटन विभाग पर्यटकों को उत्तर प्रदेश आने के लिए भी प्रोत्साहित कर रहा है। इसके लिए उसने विभाग की नई थीम लाइन ‘यूपी नहीं देखा तो भारत नहीं देखा’ कि शुरूआत की है।