अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। थाना मसूरी में 26 सितंबर को संजना नाम की महिला को बोली मार कर दो साल के बच्चे को जबरन अगवा कर ले जाने के मामले का पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने इस मामले में महिला के पति समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस ने अपहृत बच्चे को भी बरामद कर लिया है। एसपी देहात डॉ इरज राजा ने बताया कि आरोपी पति ने ही अपनी पत्नी पर फायरिंग कर बेटे को अगवा किया था।
तीन साल पहले हुई थी शादी
एसपी देहात ने बताया कि आरोपियों में पति प्रविंद्र, उसकी मां सतेंद्री, दूसरी पत्नी शालू चौधरी और साथी साहिल शामिल है। आरोपियों के पास से पुलिस ने दो साल के शिवांश और गोली मारने में प्रयुक्त पिस्टल को भी बरामद किया है। एसपी ग्रामीण डा. ईरज राजा ने बताया कि प्रविंद्र मुजफ्फरनगर के तितावी का रहने वाला है। तीन साल पहले प्रविंद्र और काजीपुरा की रहने वाली संजना की धूमधाम से शादी हुई थी।
पति से प्रताड़ित होने पर रह रही अलग
बताया गया कि शादी के वक्त प्रविंद्र ने खुद को कस्टम इंस्पेक्टर बताया था। जबकि सच कुछ और ही था। शादी के कुछ समय बीतने के बाद संजना को पता चला कि उसका पति प्राइवेट जाब भी नहीं करता है। अपने साथ धोखाधड़ी का सच जानकर संजना के होश उड़ गए। प्रविंद्र के फजीर्वाड़े और झूठ से तंग आकर करीब डेढ़ साल पहले संजना पति से अलग काजीपुरा आकर रहने लगी थी।
बेटे को हासिल करने के लिए पत्नी पर की थी फायरिंग
आरोपी प्रविंद्र अपनी पत्नी से बच्चे को छीनना चाहता था। इसके लिए उसने मेरठ के एक असलहा तस्कर से 55 हजार रुपये में पिस्टल खरीदी और रेकी के बाद 26 सितंबर को संजना से शिवांग को छीनने लगा लेकिन संजना विरोध पर अड़ गई। बाद में गोली चला दी जो संजना के हाथ में लगी तभी प्रमेन्द्र शिवांश को लेकर फरार हो गया था। इसके बाद आरोपी पति अपनी मां सतेंद्री और दूसरी पत्नी शालू से आरडीसी में मिला और बच्चा उन्हें सौंप दिया। वह हरियाणा में अलग-अलग स्थानों पर छिपकर रह रहा था। उसने अपना नाम भी बदल रखा था। पुलिस ने बताया कि चारों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।