एनसीआरटीसी प्रबंधन की अनदेखी
24 घंटों से दुहाई में रेंग रेंग कर चल रहे वाहन
बड़े बड़े गड्ढों में वाहन ले रहे हैं हिचकौले, कभी भी हो सकती है बड़ी दुर्घटना
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। इसे नेशनल कैपिटल रीजनल ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (एनसीआरटीसी) प्रबंधन की लापरवाही मानें या फिर नगर निगम गाजियाबाद की। बरसात के चलते दिल्ली- मेरठ रोड हादसों की सड़क के रूप में तब्दील हो चुका है। लेकिन न तो एनसीआरटीसी प्रबंधन का कोई ध्यान है और न ही गाजियाबाद जिले के पुलिस- प्रशासन का। इस स्थिति में यहां पर कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। इसके बाद सभी एक- दूसरे के ऊपर आरोप मढ़ने में लग जायेंगे।
आपको बता दें कि दिल्ली से मेरठ तक एनसीआरटीसी द्वारा हाई स्पीड ट्रेन (रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम) के लिए काम किया जा रहा है। पिछले कई दिनों से चल रही बरसात के कारण स्थिति यह हो गई है कि मेरठ तिराहे से लेकर मोदीनगर तक अर्थात मेरठ जिले की सीमा तक शायद ही कोई स्थान ऐसा हो जो गड्ढों से बचा हो। कदम कदम पर गड्ढे यूपी सरकार के निर्देशों को मुंह चिढ़ा रहे हैं।
दुहाई जैसी अंधेरगर्दी कहीं भी नहीं
अब बात करते हैं दुहाई की। दुहाई में आरआरटीएस का स्टेशन बन रहा है। प्रबंधन का कहना है कि दुहाई तक के पहले फेस का काम लगभग पूरा हो चुका है। बावजूद इसके करीब करीब रोज ही यहां पर डायवर्जन किया जा रहा है। दुहाई में गाजियाबाद से मेरठ जाने वाली सड़क पर स्थिति इतनी खराब है कि यहां सड़क के बीच में बड़े बड़े गड्ढे बन चुके हैं। सोमवार की रात एनसीआरटीसी प्रबंधन ने बगैर मौके पर स्थिति की जांच किये इसी रोड पर मेरठ से आने वाला यातायात डाइवर्ट कर दिया। इसके बाद तो स्थिति यह थी कि जो वाहन गाजियाबाद से मेरठ की तरफ जा रहे थे उनके चालक भगवान को याद करते हुए अपने वाहनों को बड़े बड़े गड्ढों में चला रहे थे। इसी कारण भीषण जाम की स्थिति भी उत्पन्न हो गई। मंगलवार को भी कमोबेश ऐसी ही स्थिति थी कि कई कई किलो मीटर लंबा जाम सड़क पर लगा हुआ था।
बरसात के कारण सड़कों की स्थिति खराब हुई है। लोगों को परेशानी न हो इसके लिए उचित कदम उठाये जायेंगे तथा सड़क को दुरुस्त करवाया जायेगा। पुनीत वत्स, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी एनसीआरटीसी
दुहाई में नगर निगम द्वारा नाला न बनाये जाने के कारण सड़क बार बार टूट रही है। इस संबंध में जिलाधिकारी के माध्यम से नगर निगम को पत्र भी लिखे जा चुके हैं। लेकिन सड़क खराब होने पर डायवर्जन की स्थिति से बचना चाहिये। इस संबंध में एनसीआरटीसी प्रबंधन से बात की जायेगी।
रामानंद कुशवाहा, पुलिस अधीक्षक यातायात, गाजियाबाद