केजरीवाल सरकार ने पिछले 9 सालों में दिल्ली में एक भी कॉलेज, हॉस्पिटल और फ्लाईओवर नहीं बनवाया
आरटीआई के चेयरमैन ने कहा: संस्थानों के निर्माण के बिना दिल्ली को विकास मॉडल बनाकर पंजाब में बेचा अब गुजरात में बेचकर कब तक वोट लूटते रहेंगे
अथाह ब्यूरो
नयी दिल्ली। भारत सरकार सूचना अधिकार अधिनियम के तहत रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि दिल्ली में मुख्यमंत्री केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी 2013 से 2022 तक पिछले नौ सालों में एक भी कॉलेज, हॉस्पिटल और फ्लाईओवर का निर्माण नहीं किया है।
भारतीय युवा कांग्रेस आरटीआई विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन डॉ. अनिल कुमार मीणा ने बताया कि केजरीवाल सरकार नरेंद्र मोदी सरकार से भी ज्यादा झूठ को बेचने में कामयाब रही है। मोदी जिस प्रकार गुजरात को विकास मॉडल बता कर वोट लूटने में कामयाब रहे वहीं केजरीवाल भी उन्हीं की तर्ज पर दिल्ली को विकास मॉडल बनाकर विज्ञापनों पर करोड़ों- अरबों रुपये फूंक कर प्रचार प्रसार कर रहे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जिस प्रकार भाषणों में दिल्ली की तस्वीर को विकास मॉडल के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं, उसका सच आरटीआई रिपोर्ट से सामने आ गया है जिसमें बताया गया है कि इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट में अरविंद केजरीवाल पूरी असफल व्यक्ति माने गए है।
आरटीआई रिपोर्ट से यह भी खुलासा हुआ कि दिल्ली में लगभग 22,500 अध्यापक संविदा पर कार्यरत है जिनको महीने में लगभग 30 हजार रुपये भी नहीं मिलते। रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि केजरीवाल सरकार ने 16 स्कूल सत्ता में आने के बाद बंद कर दिये। भाजपा से नरेंद्र मोदी मोदी एवं आम आदमी पार्टी से अरविंद केजरीवाल होने वाले गुजरात चुनाव में भाषणों से वोटों को लुभाने के लिए झूठ बोल रहे हैं एवं चुनाव जीतने के लिए झूठा दावा कर रहे हैं। डॉ. मीणा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 2005 में सूचना अधिकार अधिनियम कानून जो लेकर आई थी, आज आज वह देश के लोगों के लिए कारगर सिद्ध हो रहा है। आरटीआई रिपोर्ट से लगातार देश में चुनाव जीतने के लिए भाषणों में झूठ बोलने वाले, चेहरा चमकाने के लिए विज्ञापनों पर जनता के करोड़ों अरबों रुपये फूंकने वाले नेताओं का पदार्फाश हो रहा है। भ्रष्ट नेताओं, सरकारी अधिकारी, बाबुओं के भ्रष्टाचार और काले कारनामे उजागर हो रहे हैं।