Dainik Athah

अमृत महोत्सव में यादगार बनेंगे गाजियाबाद के सरोवर

जल संरक्षण को लेकर सरकार की दूरगामी पहल

सरोवरों के आसपास हरियाली के लिए पौधा रोपण के साथ ही ग्रामीणों के सैर करने के लिए अलग रास्ता एवं बैंच का भी प्रबंध

15 अगस्त तक तैयार हो जायेंगे 35 अमृत सरोवर

अशोक ओझा
गाजियाबाद।
देश की आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में देश एवं प्रदेश में वृहद पैमाने पर मनाए जा रहे अमृत महोत्सव में प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने जल संरक्षण को लेकर दूरगामी पहल की है। जल संरक्षण की इस पहल से गांव-गांव में बनने वाले अमृत सरोवर पीढ़ियों तक यादगार रखे जाएंगे। गाजियाबाद जिले में 15 अगस्त तक 35 अमृत सरोवर तैयार हो जायेंगे तथा इनका उद्घाटन भी हो जायेगा।

जिले में 75 अमृत सरोवर बनाए जाने का लक्ष्य है। सरकार की मंशा के अनुसार इनमें से 20 फीसद से अधिक 32 अमृत सरोवर इस साल की जश्ने आजादी (15 अगस्त) तक पूर्ण करने के लक्ष्य के विपरीत 35 अमृत सरोवर तैयार हो जायेंगे।

बता दें कि समूचा विश्व जलवायु परिवर्तन के दौर से गुजर रहा रहा है। ऐसे में जल संरक्षण समय की मांग है। इसी के दृष्टिगत पीएम मोदी और सीएम योगी ने जल संरक्षण को आजादी के अमृत महोत्सव में एक खास अभियान के रूप में शामिल किया है। इसके तहत गांवों में पोखरों को अमृत सरोवर के रूप में विकसित कर जल संरक्षण की परिकल्पना को साकार किया जा रहा है।

इसके तहत गाजियाबाद जिले की ग्राम पंचायतों में 75 अमृत सरोवर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इन सरोवरों के विकास कार्य ग्राम पंचायतों, क्षेत्र पंचायतों और जिला पंचायतों के केंद्रीय वित्त टाइड और अनटाइड, राज्य वित्त आयोग एवं मनरेगा में मिलने वाली धनराशि से कराया जाना है। इसके तहत 35 अमृत सरोवर तैयारी के अंतिम दौर में है। इन्हें 15 अगस्त को गांवों को समर्पित कर दिया जायेगा।

हर अमृत सरोवर के चारों तरफ होगी हरियाली

मुख्य विकास अधिकारी विक्रमा दित्य सिंह मलिक ने बताया कि हर अमृत सरोवर के चारों तरफ हरियाली के लिए 75- 75 वृक्षों के लिए पौधा रोपण किया गया है। इसके साथ ही लोग सुबह व शाम के समय तालाब के आसपास सैर कर सकें इसके लिए रास्ता तैयार किया गया है। वहीं पर आराम करने अथवा सुस्ताने के लिए चारों तरफ बैंच भी लगवाई गई है।

सालभर रहेगी जल की उपलब्धता, सरोवर तट पर लगेंगे पौधे

अमृत सरोवरों में सालभर जल की उपलब्धता बनी रहे, इसके इंतजाम भी किए जा रहे हैं। इन्हें मुख्यत: वर्षा जल संचयन कर भरा जाएगा। अमृत सरोवर के तट पर नीम, पीपल, कटहल, जामुन, बरगद, सहजन, पाकड़ और महुआ आदि के पौधे लगाए जा रहे हैं। अमृत सरोवर में गांव की नालियों का पानी न जाए, यह सुनिश्चित किया जा रहा है।

अमृत सरोवरों पर होगा झंडारोहण

अमृत सरोवरों पर इस बार 15 अगस्त को भव्य झंडारोहण समारोह होंगे। इसके लिए यहां झंडारोहण स्थल भी तैयार किए गए हैं। जश्ने आजादी पर ग्रामीणों को अमृत सरोवरों के संरक्षण का संकल्प भी दिलाया जाएगा।

मनरेगा न होने के कारण निजी संस्थानों की ली गई मदद

प्रदेश के अन्य हिस्सों में मनरेगा से तालाबों की खुदाई करवाई गई है। लेकिन गाजियाबाद जिले में मनरेगा का प्रावधान न होने के कारण ग्राम पंचायतों के साथ ही संस्थानों के सीएसआर फंड के सहयोग से अमृत सरोवरों का काम पूर्ण करवाया जा रहा है। इसमें जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह का बड़ा सहयोग रहा है। उनके मार्ग दर्शन से ही यह संभव हो पाया है।
विक्रमादित्य सिंह मलिक, मुख्य विकास अधिकारी गाजियाबाद

मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक के नेतृत्व में जिले में अमृत सरोवर निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। 35 अमृत सरोवर तैयार भी हो गये हैं। जलवायु परिवर्तन के इस दौर में अमृत सरोवर भूमिगत जल का स्तर सुधारने में मदद करेंगे। जिले के शहरी क्षेत्रों के तालाबों का भी पुनरोद्धार किया जा रहा है।
राकेश कुमार सिंह, जिलाधिकारी गाजियाबाद

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