… घटे दामों पर शुरू हुई चुनावी शराब की बिक्री
विधानसभा चुनाव गाजियाबाद जिले में पहले चरण में हुए थे। इस चुनाव में वोटों के सौदागरों ने पैसे के साथ ही शराब भी जमकर बटौरी। बात मोदीनगर की है एक नेता जी ने चुनाव में हर ब्रांड की शराब सस्ती से लेकर महंगी तक जमा कर ली। लेकिन खुद एवं चेलों को कितनी शराब पिलाते। शराब इतनी है कि खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही। अब युवा नेताजी ने चोरी से बची हुई शराब की पेटियां बेचनी शुरू कर दी है। लेकिन भनक दरबारी लाल के कान तक पहुंच गई। लेकिन नेताजी जी की यह हरकत उन्हें अपने ही दल में भारी पड़ सकती है। अब दरबारी लाल की नजर में बात आने के बाद यह भी संभव है कि बिक्री का प्लान कुछ दिन के लिए ठंडे बस्ते में डाल दिया जाये। लेकिन इस शराब की चर्चा पूरे क्षेत्र में अवश्य वायरल हो गई है। वायरल करने वाले भी नेताजी के खास लोग है।
वर्तमान मेयर के साथ भविष्य के मेयर भी हैं शहर में मौजूद
विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद निकाय चुनाव की तैयारी में राजनीतिक दलों के नेता लग गए हैं, भले ही सक्रिय रूप से राजनीति में ना रहने वाले लोग भी अभी से मेयर बनने का सपना देखने लगे हैं। सबसे ज्यादा दावेदार फूल वाली पार्टी में दिखाई दे रहे हैं। हाल ही में एक समारोह के दौरान जहां महापौर आशा शर्मा को दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ करना था वहां पर पहले से मौजूद एक व्यापारी नेता को लोग भविष्य का मेयर कहकर संबोधित कर रहे थे और यह व्यापारी नेता मन ही मन मुस्कुरा भी रहे थे। हालांकि उन्होंने ही महापौर आशा शर्मा को फोन किया और कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया। किंतु जब तक महापौर आशा शर्मा कार्यक्रम स्थल पर रही इस बात का ध्यान भी रखा कि मेयर दावेदारी की चर्चा बिल्कुल नहीं की। फिलहाल यह कहा जा सकता है भले ही अभी निकाय चुनाव की घोषणा ना हुई हो किंतु दावेदारों की कोई कमी नहीं।