… आखिर क्यों बजी बंसल जी के नाम पर इतनी तालियां
उत्तर प्रदेश विधान मंडल दल की बैठक लोक भवन में चल रही थी। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। लेकिन स्थिति यह थी कि जब भी उत्तर प्रदेश में भाजपा के चाणक्य कहे जाने वाले बंसल जी का नाम बोला जाता था तो विधायक जी भरकर तालियां बजाते थे। बैठक में मौजूद रहे एक माननीय बताते हैं कि इतनी तालियां तो बाबा एवं शाह के लिए भी नहीं बजी जितनी बंसल जी के लिए। अब दरबारी लाल को जिज्ञासा हुई। पता किया तो किसी माननीय ने कहा भाजपा में प्रदेश में किसी को कुछ मिलना है तो इसी रास्ते से मिलता है। अब सभी की मजबूरी थी कि खांटी मारवाड़ी बंसल जी के लिए तालियां बजाना। इसका कारण यह था कि मंत्रियों की सूची भी तो उनके जरिये ही फाइनल होनी थी। अब ताली उनके लिए न बजे तो दिनेश शर्मा या मौर्या जी के लिए बजती।
… दो दिन में कैसे होगा लक्ष्य हासिल
पूरे सूबे में इन दिनों विभा लक्ष्य प्राप्त करने के लिए कमर कसे हैं। जिलों के कलेक्टर भी नीचे के अफसरों से मगजमारी कर लक्ष्य पूरे करने के लिए दबाव बना रहे हैं। हालांकि यह तो सभी विभागों के प्रमुखों को पता है कि 31 मार्च तक उन्हें लक्ष्य हासिल करने है। लेकिन वे भी दोष दे रहे हैं तो ऊपर वाले अफसरों को। एक अफसर दरबारी लाल के कान में फूंक मारता है। देखिये भाई साहब दो दिन में लक्ष्य कैसे हासिल किया जाये। लेकिन कोई उन्हें पूछे कि भाई अब तक क्या कर रहे थे। पता नहीं था कि 31 मार्च आ रही है। अब सिर खुजाने से क्या होता है। अपने कलेक्टर साहब भी ऐसे हैं कि प्यार के साथ डंडा भी हाथ में रखते हैं। जो ढ़िलाई बरतेंगे उनके लिए 31 के बाद डंडा तैयार है।