Dainik Athah

क्या उत्तराखंड की तर्ज पर अंतिम क्षणों तक सस्पेंस बनाये रखेगी भाजपा ?

योगी मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण 25 को तैयारियां पूरी

मंत्रियों की सूची को अंतिम रूप देने के लिए दिल्ली पहुंचे योगी

पर्यवेक्षक एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ होगा विचार विमर्श

अथाह ब्यूरो
लखनऊ।
उत्तर प्रदेश में योगी 2.0 सरकार के 25 मार्च को होने वाले शपथग्रहण की सभी तैयारियां करीब करीब पूर्ण कर ली गई है। इसके साथ ही मंत्रिमंडल के नाम तो तय कर लिये गये हैं। लेकिन संभावना जताई जा रही है कि भाजपा अंतिम क्षणों तक सस्पेंश बनाये रखना चाहती है। यदि ऐसा है तो शपथग्रहण के दिन ही विधायकों को पता चलेगा कि कौन कौन शपथ लेगा। हालांकि सभी विधायक लखनऊ पहुंच चुके हैं।

योगी आदित्यनाथ सरकार के शपथ ग्रहण के लिए अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम पूरी तरह से तैयार हो चुका है। मंत्रिमंडल में किस चेहरे को शामिल करना है यह करीब करीब तय हो चुका है। बावजूद इसके कोई भी मुंह खोलने को तैयार नहीं है कि किस किसके सिर ताज सजेगा। बावजूद इसके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी के शपथ ग्रहण में शामिल होने के बाद दिल्ली पहुंच गये हैं। इसका कारण सूत्र यह बताते हैं कि अंतिम समय में मंत्रियों की सूची में कोई फेरबदल होता है तो उसके ऊपर भी केंद्रीय नेतृत्व के साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मुहर भी लग जायेगी। शाह भी बृहस्पतिवार को विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए लखनऊ पहुंच रहे हैं। उनके साथ प्रदेश के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान भी होंगे।

पहले से युवा होगा योगी का मंत्रिमंडल
भाजपा सूत्रों के अनुसार योगी सरकार का चेहरा इस बार कुछ बदला बदला सा नजर आयेगा। मंत्रिमंडल से केशव प्रसाद मौर्य को छोड़ दें तो अधिकांश हारे हुए मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। हालांकि इन हारे हुए चेहरों को संगठन के साथ ही राज्यसभा, निगमों एवं बोडर्ो्रं में स्थान दिया जा सकता है। लेकिन इसमें कार्यकर्ताओं को समाहित किया जायेगा अथवा हारे हुए मंत्रियों- विधायकों को। इसको लेकर भी स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है।

केवल कयास ही लगाये जा सकते हैं
यदि देखा जाये तो भाजपा जैसी पार्टी से कुछ छनकर आना कठिन है। इसका कारण यह है कि बैठकों में गिने चुने चेहरे ही रहते हैं। इनमें भी खांटी संघ पृष्ठ भूमि के मंजे हुए नेता। ऐसे में उनके मुंह से कुछ उगलवा लेना अत्यंत दुष्कर कार्य है। यदि भाजपा चाहेगी तभी मंत्रियों की सूची आऊट हो सकती है। तमाम मीडिया ग्रुप चाहे वे प्रिंट के हो अथवा इलेक्ट्रॉनिक सभी अपने अपने कयास लगा रहे हैं।

विधायक लगा रहे हैं प्रमुख नेताओं की परिक्रमा
भाजपा सूत्रों के अनुसार इस समय लखनऊ में अधिकांश विधायक पहुंच चुके हैं। इनमें जिन विधायकों को मंत्री बनने की उम्मीद है वे लगातार प्रमुख नेताओं की परिक्रमा लगा रहे हैं। लेकिन सूची को अंतिम रूप दिया जा चुका है। ऐसे में लगता नहीं कि परिक्रमा का कोई लाभ होगा।

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