अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। यूक्रेन के लीव शहर में तीन गोली लगने से जख्मी हुए छात्र हरजोत सिंह वायुसेना के विमान से हिंडन एयरबेस पर उतरे। पोलैंड से 210 भारतीय छात्रों को लेकर रवाना हुआ भारतीय वायुसेना का सी-17 ग्लोबमास्टर विमान सोमवार शाम करीब सवा छह बजे गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर लैंड हुआ। केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह के मुताबिक, वायुसेना के विमान की पोलैंड से यह आखिरी फ्लाइट थी। उन्होंने कहा, ‘हमने पोलैंड के रेजजो हवाई अड्डे पर आखिरी भारतीय छात्र के आने तक का इंतजार किया। हमारा ध्येय ये था कि जब बच्चे हमारे पास आना बंद हो जाएं, इसलिए हम आखिरी फ्लाइट से आए हैं।’
विमान से उतरते ही हरजोत को दिल्ली के अस्पताल में भेजा
इस फ्लाइट से जख्मी छात्र हरजोत सिंह को भी लाया गया है। 27 फरवरी को यूक्रेन के कीव शहर में हरजोत सिंह को सुरक्षा बलों ने तीन गोलियां मारी थीं। कई दिन तक लीव के हॉस्पिटल में उनका इलाज चला। दिल्ली के छतरपुर निवासी हरजोत सिंह स्ट्रेचर पर लेटकर सी-17 ग्लोबमास्टर में हिंडन एयरबेस पर आए। यहां से उन्हें भारतीय वायुसेना की एंबुलेंस में दिल्ली के आरआर हॉस्पिटल के लिए भेज दिया गया। अब उनका इलाज भारत सरकार के खर्चे पर इस हॉस्पिटल में चलेगा।
मां-बाप ने भारत सरकार को दिया धन्यवाद
हरजोत सिंह ने पिता केसर सिंह ने कहा, ‘हमें आज सुबह पता चला कि मेरे बेटे को पोलैंड से एयर एंबुलेंस से हिंडन हवाई अड्डे पर लाया जा रहा है। मैं प्रधानमंत्री का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने हमारे बेटे को वहां से निकाला। मेरी अपने बेटे से अभी बात नहीं हुई है। ‘हरजोत सिंह की मां प्रकाश कौर ने कहा, ‘मुझे खुशी है कि मेरा बेटा आ रहा है। मैं भारत सरकार और मीडिया को हमारी मदद करने और समर्थन करने के लिए धन्यवाद करती हूं।’
दूतावास ने हरजोत की एंबुलेंस 700 किलोमीटर चलाने वाले ड्राइवर को दी बधाई
यूक्रेन में भारतीय दूतावास के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से भी हरजोत सिंह की वापसी को लेकर ट्वीट किया गया। इसमें लिखा, ‘भारतीय दूतावास के ड्राइवर को बधाई, जिसने कीव से बोडोमियर्ज सीमा तक 700 किलोमीटर से अधिक दूरी पर हरजोत को गोलीबारी, ईंधन की कमी, सड़क ब्लॉक और यातायात की बाधाओं को पार करते हुए पहुंचाया।’