…जब निगम अधिकारियों ने महापौर के आदेशों को दिखाया ठेंगा
एक समय था कि जब शहर की प्रथम नागरिक को राजनीति में तो अच्छी खासी तवज्जों मिलती थी। पुलिस-प्रशासन के साथ स्थानीय निकाय के अधिकारी भी शहर के प्रथम नागरिक की बात को पानी देते थे। यूं कहा जाए कि अधिकारी उनकी बात को टालते नहीं थे। लेकिन मौजूदा हालात में स्थिति उलट है। पुलिस-प्रशासन तो दूर की बात है, अपने ही विभाग के अफसर ही उनकी नहीं सुन रहे है। इसकी बानगी शुक्रवार को देखने को मिली। दरअसल एक दिन पहले वसुंधरा जोन की सफाई व्यवस्था को ठेके पर देने को लेकर शहर की प्रथम नागरिक ने स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की जमकर क्लास लगाई और यथास्थिति बनाए रखने के आदेश दिए। सभी कर्मचारी महापौर के इस तेवर से संतुष्ट हो गए। लेकिन कर्मचारियों के अरमानों की हवा उस समय निकल गई, जब सुबह किसी भी ड्राइवर को गाड़ी नहीं मिली और ठेकेदार के माध्यम से ही सफाई व्यवस्था कराई गई। इसको देखकर कर्मचारियों और महापौर के बीच मध्यस्थता करने वाले फूल वाली के एक नेता ने कहा कि भई, हाथी के दांत दिखाने के ओर और खाने के और।
पोटली में लाल मिर्ची कोई टोटका तो नहीं
बृहस्पतिवार को एक राष्ट्रीय बैंक के लॉकर से 70 लाख रुपये के जेवर चोरी होने का पता लगा। पुलिस चोरों की तलाश कर रही है। पुलिस की जांच में यह तथ्य सामने आया है कि जब लॉकर को तोड़ा गया तो उसमें एक छोटी सी पोटली रखी मिली थी। इस पोटली में दो लाल मिर्च भी मिली। अब पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने में लग गई है कि आखिर लाल मिर्च का क्या मामला है। लेकिन पुलिस जितना गुत्थी को सुलझाती है उतना ही उलझ जाती है। अब किसी ने पुलिस को बताया कि लाल मिर्ची कोई टोटका भी हो सकता है। पुलिस अब इस पहलू पर भी जांच में लगी है।