संतो की पदयात्रा मुजफ्फरनगर पहुंची
जितेन्द्र नारायण सिंह त्यागी के सम्मान के लिये मुट्ठी भर संत और हिन्दू सड़क पर
अथाह संवाददाता
मुजफ्फरनगर। हरिद्वार के सर्वानन्द घाट से शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी जी की रिहाई के लिये चला सन्तों का छोटा सा कारवाँ आज मुजफ्फरनगर पंहुचा। जहाँ सभी पदयात्री रात्रि विश्राम करेंगे। मुजफ्फरनगर में राजू सैनी, बिट्टू सिखेड़ा, संदीप जिंदल, योगेंद्र वर्मा, पीयूष त्यागी नीटू और शालू सैनी के नेतृत्व में हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने संतो का भव्य स्वागत व आदर सत्कार किया। ये संत दिल्ली जा रहे हैं। दिल्ली पहुँच कर ये सभी संत जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी की रिहाई के तक गाँधी की समाधि पर आमरण अनशन करेंगे।
हिमाचल प्रदेश के आये दिव्यांग योगी ज्ञान नाथ महाराज व प्रज्ञाचक्षु स्वामी कृष्णानंद के नेतृत्व में महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी, महामंडलेश्वर साध्वी अन्नपूर्णा भारती, स्वामी अमृतानंद, यति सत्यदेवानंद, स्वामी श्यामचैतन्य गिरी व स्वामी संतराम आदि संत पदयात्रा के रूप 7 मार्च को दिल्ली पहुँच जाएंगे और हिन्दुओं की दुर्दशा के जिम्मेदार गांधी की प्रतिमा पर आमरण अनशन करेंगे।
हिन्दुओं को बचाने के लिये बर्बाद हुए हैं जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी- महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी
पदयात्रा में महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने कहा कि वर्तमान समय मे जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी जी केवल हिन्दुओ को बचाने के लिये बर्बाद हुए हैं। वो आज सत्य और न्याय का नव प्रतीक बन चुके हैं। उन्होंने वो सत्य पूरी दुनिया के सामने रखा है जो पिछले चौदह सौ सालों से इस देश मे किसी ने नहीं कहा। उन्हें केवल अपनी सत्यनिष्ठा और न्यायप्रियता के कारण आज ये दुर्दशा देखनी पड़ रही है। हम उनके सम्मान के लिये अंतिम सांस तक लड़ेंगे।हम जानते हैं कि वो वोट बैंक की घटिया राजनीति के शिकार हो चुके हैं। हमारी शक्ति उन्हें बचाने की नहीं है परंतु हम उनके सम्मान की रक्षा के लिये अहिंसक तरीके से लड़ते हुए अपनी जान तो दे ही सकते हैं। वो हम जरूर करेंगे।
स्वामी अमृतानंद जी ने स्वागत करने वाले हिंदूवादी कार्यकर्ताओ को सम्बोधित करते हुए कहा कि जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी वर्तमान समय में मानवता की रक्षा करने वाले सबसे बड़े वैचारिक योद्धा हैं। उन्होंने मुस्लिम होते हुए भी “श्रीराम की जन्मभूमि” और “हेल्पलेस”जैसी फिल्में बनाकर और इस्लाम व मोहम्मद की सच्चाई सारी दुनिया के सामने लाकर सनातन धर्म व मानवता की अभूतपूर्व सेवा की है।उन्होंने वो सच सारी दुनिया को बताया जो सनातन के धर्माचार्यों को बताना था।कुछ ज्ञात अज्ञात कारणों से सनातन के धर्माचार्य यह कार्य नहीं कर सके और इसी कारण भारत राष्ट्र और सनातन धर्म को हजार साल तक विकट अत्याचार सहन करने पड़े।इस्लाम के जिहादियों ने षड्यंत्र करके उन्हें सच बोलने की सजा दी है।आज सारे हिन्दुओ का कर्तव्य है कि उनके लिये आवाज उठाये।अगर हिन्दू समाज उनके लिये आवाज नहीं उठाता तो हिन्दुओ को सर्वनाश के लिये तैयार रहना चाहिये।