गाजियाबाद शहर सीट पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने किया डोर टू डोर जन संपर्क
राजनीति में शिष्टाचार होना चाहिये, यह भारत की संस्कृति व सभ्यता है: प्रियंका गांधी वाड्रा
केंद्र सरकार ने बजट में छोटे व्यापारियों के लिए नहीं अपने कुछ मित्रों का भला किया
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र व प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा केंद्र सरकार के बजट में छोटे व्यापारियों के लिए कुछ नहीं है, जबकि अपने कुछ मित्रों का केंद्र सरकार ने भला किया है। इसके साथ ही कहा कि चर्बी व गर्मी की चर्चा के स्थान पर विकास एवं युवाओं को रोजगार देने पर चर्चा होनी चाहिये। डोर टू डोर जन संपर्क के दौरान लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। लोग प्रियंका गांधी की एक झलक पाने के लिए मकानों व दुकानों की छतों पर चढ़ गये।
कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को कांग्रेस के गाजियाबाद शहर सीट से प्रत्याशी एवं पूर्व सांसद स्वर्गीय सुरेंद्र प्रकाश गोयल के पुत्र सुशांत गोयल के समर्थन में एनएच 9 से बागू, क्रिश्चियन नगर से तिगरी गोल चक्कर तक डोेर टू डोर जन संपर्क किया। इस दौरान उन्होंने आम लोगों एवं छोटे दुकानदारों से बात की। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हर दुकानदार, छोटे बिजनेस करने वालों की समस्या एक जैसी है। एक फरवरी को केंद्र सरकार ने जो बजट पेश किया, उसमें छोटे दुकानदारों- व्यापारियों के लिए कोई राहत नहीं है। सिर्फ बड़े उद्योगपतियों और अपने चंद मित्रों को आगे बढ़ाने का काम किया है। उन्होंने जनता से अपील की है कि ऐसी सरकार लाइए जो इन समस्याओं को समझे और आपकी बात करें।
इसके साथ ही कहा कि चुनाव में चर्बी व गर्मी जैसी बात नहीं होनी चाहिये। शिष्टाचार होना चाहिये, बात विकास की, युवाओं को रोजगार देने की होनी चाहिये।
बुलंदशहर में अखिलेश यादव और जयंत चौधरी से शिष्टाचार अभिवादन पर उन्होंने कहा कि शिष्टाचार आपस में रहना चाहिए, यही हमारी सभ्यता और संस्कृति है। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस प्रत्याशी सुशांत गोयल समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
बाद में प्रियंका गांधी वाड्रा ने साहिबाबाद से कांग्रेस प्रत्याशी संगीता त्यागी के समर्थन में खोड़ा कालोनी में भी प्रचार किया।
डोर टू डोर जन संपर्क के दौरान विजयनगर- बागू में भारी भीड़ उमड़ी। भीड़ को काबू करने में सुरक्षा कर्मियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।