Dainik Athah

गाजियाबाद शहर विधानसभा सीट पर 4 में कड़ा मुकाबला

मौजूदा विधायक अतुल गर्ग को भारी न पड़ जाए अपनों की नाराजगी

शहर विधानसभा सीट पर दो वैश्य उम्मीदवार और एक दलित उम्मीदवार मैदान में

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद।
गाजियाबाद शहर विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर एक बार फिर अपनी किस्मत आजमा रहे प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अतुल गर्ग के लिए इस बार चुनावी वैतरणी पार लगाना आसान नहीं होगा। विजय नगर क्षेत्र में बढ़ रहे लगातार विरोध और कार्यकतार्ओं की नाराजगी मौजूदा चुनाव में उन्हें भारी पड़ सकती है। भाजपा का टिकट घोषित हुए कई दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक अतुल गर्ग के खिलाफ पर्चे बांटने का सिलसिला थम नहीं रहा है।

शहर सीट की बात करें तो लगभग सभी प्रमुख दलों ने इस सीट से अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। भारतीय जनता पार्टी ने जहां मौजूदा विधायक अतुल गर्ग को दोबारा मौका दिया है वही बहुजन समाज पार्टी से सुरेश बंसल एक बार फिर मैदान में हैं हालांकि फिलहाल कोविड संक्रमित होने की वजह से वह कौशांबी स्थित यशोदा अस्पताल में अपना इलाज करा रहे हैं। समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के संयुक्त प्रत्याशी के रूप में दलित उम्मीदवार विशाल वर्मा को मैदान में उतारा गया है। कांग्रेस से सुशांत गोयल को उम्मीदवार बनाया गया है।

फिलहाल इस सीट पर कांटे की टक्कर का अनुमान लगाया जा रहा है। लेकिन शहर सीट से भाजपा के मौजूदा विधायक अतुल गर्ग को लेकर कई मुद्दों पर लोगों की नाराजगी देखी जा रही है। सबसे पहली नाराजगी विधायक प्रतिनिधियों को लेकर है। अतुल गर्ग ने प्रतिनिधि के तौर पर विजय नगर क्षेत्र में अजय राजपूत और शहरी क्षेत्र में राजेंद्र मित्तल मेहंदी वाले हो अधिकृत किया हुआ है। भाजपा कार्यकतार्ओं का आरोप है कि एक प्रतिनिधि ने कोविड-19 कार्यकाल में इंजेक्शन को उपलब्ध कराने के नाम पर खुलकर लूट मचाई।

जबकि दूसरे प्रतिनिधि पर क्षेत्र में गैरकानूनी कार्यो को संरक्षण देने के साथ-साथ हर कार्य के लिए वसूली करने के गंभीर आरोप हैं। आरोप है कि दोनों प्रतिनिधियों के बारे में मंत्री से कोई भी शिकायत सुनने के लिए तैयार नहीं है और दोनों को मंत्री का संरक्षण प्राप्त है इसलिए बेलगाम होकर दोनों अपनी मनमानी चला रहे हैं। पिछले दिनों विजयनगर में एक गर्भवती महिला के भाई को पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया था। आरोप है कि पुलिस विधायक प्रतिनिधि के दबाव में गर्भवती महिला की नहीं सुन रही थी और पीड़ित होने के बावजूद पुलिस ने उसी के खिलाफ कार्रवाई की। इसी तरह विजय नगर सेक्टर 9 के एक पार्क में छठ घाट को लेकर भी मंत्री जी विवादों में रहे। पूर्वांचल समाज के लोगों का आरोप था कि मंत्री के इशारे पर छठ घाट को बुलडोजर से छुड़वाया गया।

इस सबके अलावा विजयनगर के पूर्व मंडल अध्यक्ष और भाजपा के कई कार्यकतार्ओं की नाराजगी जगजाहिर है। जिसके चलते विजयनगर क्षेत्र में मौजूदा विधायक अतुल गर्ग के खिलाफ पचेर्बाजी भी की जा रही है। गौर करने वाली बात यह है कि तमाम विरोध के बावजूद कार्यकतार्ओं को मनाने की कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं जिससे चुनाव में भाजपा उम्मीदवार की चुनौती बढ़ने की आशंका है। चुनाव के इस माहौल में विपक्षी पार्टियां भाजपा कार्यकतार्ओं की नाराजगी का फायदा उठाने की तैयारी भी कर रही है।

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