… मुस्लिम क्षेत्रों में माहौल बनना जरूरी है
चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। प्रत्याशी अपनी रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं। शहर विधानसभा के एक प्रत्याशी के चुनावी कार्यालय में भी प्रत्येक बूथ और गली मोहल्ले को लेकर मंथन चल रहा है। लेकिन मुस्लिम बाहुल्य इलाकों को लेकर उम्मीदवार और उनके समर्थक ज्यादा आश्वस्त नहीं दिख रहे। इसलिए उनकी मंशा है कि केवल मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में उनके झंडे जरूर लग जाएं। जब इस बारे में दरबारी लाल को पता चला तो झंडी लगवाने का कारण पूछ लिया। जिस पर रणनीतिकारों का कहना था कि वोट मिले ना मिले, लेकिन शहर में माहौल बनना जरूरी है कि अब मुस्लिम क्षेत्रों में भी फूल वाली पार्टी की पकड़ है।
टिकट दावेदार को लग गया लाखों का चूना!
फूल वाली पार्टी में गाजियाबाद शहर विधानसभा पर जहां एक पार्टी पदाधिकारी ने दावेदारी की और टिकट किसी और का हो गया, किंतु सोशल मीडिया और एक चैनल पर गलत खबर प्रसारित होने के बाद किसी अन्य पार्टी के दर पर टिकट मांगने की खबर सुर्खियों में आई। जब की खबर ऐसी थी कि “सूत न कपास लट्ठे पर जुत्थम जुत्था ” बिना कही जाए ही चर्चा इतनी फैली की बरसों से तन- मन- धन से पार्टी के लिए समर्पित दावेदार को फूल वाली पार्टी में सफाई देने के लिए विभिन्न अखबारों में विज्ञापन लगवा कर बताना पड़ा कि मैं पार्टी का सिपाही हूं। फिलहाल एक छोटी सी गलत खबर से दावेदार को लग गया विज्ञापनों में लाखों का चूना !