चुनाव की घोषणा के बाद दो सीटों पर पत्ते नहीं खोल रही बसपा
गाजियाबाद शहर से सुरेश बंसल, मोदीनगर से डा. पूनम गर्ग, लोनी से हाजी आकिल लड़ सकते हैं चुनाव
अथाह संवाददाता,
गाजियाबाद। अब जबकि सभी दलों के साथ ही प्रदेश की जनता को चुनाव की तिथि घोषित होने का इंतजार है, लेकिन बहुजन समाज पार्टी ने प्रत्याशी चयन को लेकर कसरत तेज कर दी है। पार्टी ने तीन सीटों पर प्रत्याशियों के नाम भी तय कर दिये हैं। बस इनके नामों की घोषणा होनी शेष है।
बसपा सूत्रों की मानें तो पार्टी ने पूर्व विधायक सुरेश बंसल को गाजियाबाद शहर सीट से चुनाव लड़ाने का मन बना लिया है। इसके बाद ही बंसल ने अपनी तैयारियां तेज करने के साथ ही जनसंपर्क भी बढ़ा दिया है। बताया जाता है कि सुरेश बंसल का नाम पार्टी आलाकमान ने तय कर दिया है। यहां पर बसपा को सबसे मजबूत प्रत्याशी सुरेश बंसल ही नजर आ रहे हैं। पूर्व विधायक होने के कारण उनकी क्षेत्र में भी मजबूत पकड़ है।
इसके बाद लोनी विधानसभा क्षेत्र में बसपा ने हाजी आकिल के नाम भी करीब करीब तय कर दिया है। यदि कोई बड़ा उलटफेर नहीं होता है तो यहां से आकिल ही चुनाव लड़ेंगे। हाजी आकिल का नाम सामने आने के बाद भाजपा खेमे की परेशानी बढ़ सकती है। बसपा के मुस्लिम कार्ड खेलने से रालोद- सपा गठबंधन की परेशानी भी यहां पर बढ़ सकती है। हालांकि गठबंधन ने अभी टिकट को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया है। बावजूद इसके गठबंधन से पूर्व विधायक मदन भैया को ही मजबूत दावेदार माना जा रहा है। हाजी आकिल का नाम आने के बाद भाजपा विधायक की एक आॅडियो वायरल हुई थी। इसे लोग प्री प्लान बता रहे हैं। लेकिन यदि यह क्लीप सही है तो यह भी निश्चित है कि यहां पर मुकाबला रोचक होगा।
अब बात मोदीनगर की करें तो बसपा सूत्र बताते हैं कि वर्तमान दावेदारों में डा. पूनम गर्ग का नाम सबसे ऊपर चल रहा है। यदि अन्य दल से कोई टूट कर नहीं आता है तो पूनम गर्ग के नाम पर ही मुहर लग सकती है। पूनम गर्ग पूर्व में बसपा से मोदीनगर नगर पालिका चेयरमैन का चुनाव लड़ चुकी है। उस समय भी उन्हें अच्छे खासे वोट मिले थे। बसपा यहां पर पूनम गर्ग के सहारे भाजपा के वैश्य वोट बैंक में सैंध लगाना चाहती है। यदि किसी अन्य दल से मजबूत दावेदार आता है तो यह टिकट बदला भी जा सकता है।
मुरादनगर एवं साहिबाबाद सीट पर बसपा में अनेक दावेदार हैं। लेकिन पार्टी अभी पत्ते नहीं खोलना चाहती। साहिबाबाद में बसपा की नजर किसी उच्च जाति के नेता पर लगी है। बसपा सूत्रों के अनुसार साहिबाबाद सीट पर बसपा चौंकाने वाला नाम ला सकती है। सूत्र बताते हैं कि इन दोनों सीटों पर नामों को अंतिम रूप अधिसूचना जारी होने के बाद ही लगेगी। ऐसा होने पर भाजपा किसी पर दबाव बनाने की स्थिति में नहीं रहेगी।