यूपीएमएससीएल यूपी में दवाओं की कर रहा निगरानी, प्रदेश में जरूरी दवाओं का स्टॉक भरपूर
अथाह ब्यूरो,
लखनऊ। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए देश की सबसे बड़ी आबादी वाले प्रदेश उत्तर प्रदेश फिर से एक बार स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी सभी तैयारियां कर ली हैं। प्रदेश में कोविड केस की बढ़ोतरी को देखते हुए राज्य सरकार पूरी तरह सतर्क है। सभी जिलों में स्वास्थ्य विभाग की ओर से जरूरी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। इस सप्ताह से ही घर-घर मेडिकल किट का वितरण किया जाएगा।
प्रदेशवासियों की स्वास्थ्य, सुरक्षा को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से घर-घर मेडिकल किट वितरण का विशेष अभियान इस माह से चलाया जाएगा। जिसमें प्रदेश सरकार की ओर से उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाइज कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीएमएससीएल) एक करोड़ मेडिकल किट का वितरण करेगा।
अब तक प्रदेश में निगरानी समितियों की ओर से 77 लाख एडल्ट मेडिकल किट और 25 लाख से अधिक बच्चों की मेडिकल किट का वितरण किया जा चुका है। यूपीएमएससीएल के जीएम डॉ राज कुमार ने बताया कि एसिम्टोमैटिक और सिम्टोमैटिक मरीजों के लिए मेडिकल किट तैयार हैं जिनका वितरण किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इस किट में नवजात शिशु से लेकर एक साल तक और एक से पांच वर्ष की उम्र के बच्चों की मेडिकल किट में पैरासिटामोल सीरप की दो शीशी, मल्टी विटामिन सीरप की एक शीशी और दो पैकेट ओआरएस घोल रखा गया है। छह से 12 वर्ष की उम्र के बच्चों और 13 से 17 वर्ष की उम्र के किशोरों की मेडिकल किट में पैरासिटामोल की आठ टैबलेट, मल्टी विटामिन की सात टैबलेट, आइवरमेक्टिन छह मिली ग्राम की तीन गोली और दो पैकेट ओआरएस घोल रखा गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी अस्पतालों में तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। अस्पतालों कोई कमी न हो इस बात भी ध्यान रखा जा रहा है।
प्रदेश में जरूरी दवाओं का स्टॉक भरपूर
डॉ राज ने बताया कि प्रदेश में सभी दवाएं स्टॉक में हैं। अगले दो से पांच माह तक प्रदेश में दवाओं की कमी नहीं होगी। उन्होंने बताया कि ब्लैक फंगस से जुड़ी दवाओं का स्टॉक चार से पांच माह तक की दवाएं प्रदेश में हैं। वहीं रैमिडेसिविर, पेरासिटामोल, आइवर मैक्टिन का स्टॉक भी उचित मात्रा में है।