… जो दिल्ली में भगवा नहीं फहरा सके उनसे यूपी में क्या उम्मीद!
इन दिनों हर दल चुनाव की तैयारियों में जुटा है। इस दौरान फूल वाली पार्टी में जिले में पड़ौसी राज्य से प्रवासी आने शुरू हो गये हैं। इन प्रवासियों को पार्टी की तरफ से रहने, खाने एवं गाड़ी की सुविधा भी दी जायेगी। प्रवासियों को जो क्षेत्र दिये गये हैं वहां पर काम भी करना होगा। प्रवासियों की तैनाती पर एक दिल जले ने दरबारी लाल से कहा जो दिल्ली में भगवा नहीं फहरा सके उनसे क्या उम्मीद की जा सकती है कि वे यूपी के चुनाव में काम कर पार्टी को जीत की दहलीज तक पहुंंचा देंगे। अब दिल जले की बात का समर्थन वहां बैठे अन्य लोगों ने भी कर दी। दिलजले ने बात तो पते की कही थी। अब लोग कुछ भी समझे।
…कैसे कांग्रेस की नैय्या लगेगी पार
कांग्रेस के कार्यकर्ता एकला चलो की नीति पर चल रहे हैं जबकि दावा एकजुटता का किया जाता है। ऐसा ही कुछ नजारा था साहिबाबाद क्षेत्र में है जहां मंगलवार को अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रेस वार्ता करते हुए भाजपा की नीतियों पर धावा बोलते हुए सरकार बनाने का दावा किया, भले ही इस दौरान संगठन की तरफ से न तो जिलाध्यक्ष, न ही महानगर अध्यक्ष मौजूद थे और महिला कांग्रेस की पदाधिकारी भी दिखाई नहीं दी। जब पार्टी में ही गुटबाजी खत्म नहीं हो रही है, तो ऐसे में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कैसे कांग्रेस की नैय्या लगेगी पार। वही इस दौरान 40% महिलाओं को चुनाव लड़ाने की कवायद भी की गई किंतु जिले में महिला दावेदारों का नाम भी नहीं बता सके महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रेस वार्ता के आयोजक।