अथाह संवाददाता
मोदीनगर। मोदीनगर के एक वैश्य परिवार ने बड़े हृदय की मिसाल कायम की है। मां की इच्छा के मुताबिक उनके दो बेटों ने मृत्यु के पश्चात मां के नेत्रदान कराएं। जिससे एक व्यक्ति को आंखों की रोशनी प्राप्त हो गई।
मोदीनगर की आदर्श नगर कॉलोनी में रहने वाले राम कुमार गुप्ता की पत्नी मृदुला गुप्ता का 24 नवंबर को निधन हो गया था। मृदुला गुप्ता की अंतिम इच्छा थी कि वह किसी जरूरतमंद को अपनी दृष्टि दान करें। उनकी इस इच्छा का सम्मान रखते हुए उनके दो बेटों शलभ गुप्ता और पीयूष गुप्ता ने उनकी मृत्यु के पश्चात तुरंत मां के नेत्रदान का फैसला लिया और संकट की इस घड़ी में परिवार को संभालते हुए नेत्रदान की व्यवस्था की। इस कार्य में लक्ष्य परिवार ने अहम भूमिका निभाई और उन्होंने इस साहसिक फैसले के लिए पूरे परिवार की सराहना की और दिवंगत की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना भी की है।