Dainik Athah

उखलरसी शमशान घाट हादसे में 11 माह बाद भी नहीं मिला न्याय, पीड़ित परिजनों ने नगरपालिका पर दिया धरना

मौके पर तैनात रही महिला पुलिसकर्मी

तहसीलदार के आश्वासन के बाद समाप्त हुआ धरना

अथाह संवाददाता,
मुरादनगर।
उखलारसी श्मशान घाट हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई थी। लेकिन घटना के 11 माह बाद भी परिवारों को न्याय नहीं मिल सका है। पीड़ित परिवारों के परिजनों ने सोमवार को नगर पालिका परिषद में धरना प्रदर्शन शुरू किया। पीड़ित परिवारों का कहना है कि जब तक शासन प्रशासन विभाग उनकी मांग पूरी नहीं करेगा तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। धरने की जानकारी मिलने पर मुरादनगर पहुंचे तहसीलदार मोदीनगर ने पीड़ित परिवार का ज्ञापन लेकर उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी मांग शासन तक पहुंच जायेगी। इसके बाद ही धरना समाप्त हुआ।

बता दें कि तीन जनवरी को उखलारसी स्थित श्मशान घाट में अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग गये थे। इस दौरान बरसात भी हो रही थी। बरसात से बचने के लिए जब लोग नव निर्मित लैंटर के नीचे खड़े हुए उसी समय लैंटर गिरने से 25 लोगों की मौत हो गई थी तथा दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। प्रदेश शासन ने मामले को मामले को गंभीरता से लेते हुए पीड़ित परिवारों को 12 लाख रुपए की आर्थिक मदद मुहैया कराई थी तथा पीड़ित परिवारों के बच्चों को निशुल्क शिक्षा आवास सरकारी नौकरी देने का आश्वासन दिया था।

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच एसआईटी को सौंपी थी। लेकिन पीड़ित परिवार एसआईटी जांच से भी संतुष्ट नजर नहीं आ रहे हैं। पीड़ित परिवारों का आरोप है कि शासन- प्रशासनइस हृदय विदारक हादसे में शामिल दोषियों को बचा रहा है। पीड़ित परिवारों का आरोप है कि 11 माह बाद भी उनके बच्चों को न तो सरकारी नौकरी मिली है और ना ही निशुल्क शिक्षा। पीड़ित परिवारों का कहना है कि अपनी मांगों को लेकर शासन प्रशासन को अपना ज्ञापन देकर अपनी मांगों से अवगत करा चुके हैं। लेकिन शासन प्रशासन ने उनकी मांगों पर सहानुभूति विचार नहीं किया है। जिसके चलते पीड़ित परिवारों ने अब आंदोलन करने का रास्ता पकड़ लिया है। सोमवार सुबह दस बजे पीड़ित परिवार के लोग उखलारसी स्थित श्मशान घाट से लेकर मेरठ हाईवे मेन रोड बस अड्डा होते हुए नगर पालिका कार्यालय पहुंचे और धरने पर बैठ गए। पीड़ित परिवारों ने अपनी मांगों को लेकर हाथों में तख्ती ले रखी थी।

धरने पर महिलाओं को देखते हुए थाना अध्यक्ष सतीश कुमार ने महिला पुलिसकर्मी तैनात कर रखी थी। इसके अलावा तहसीलदार मोदीनगर हरि प्रताप सिंह ज्ञापन लेने के लिए नगर पालिका परिषद कार्यालय पहुंच गए। दोपहर एक बजे पुलिस परिवारों ने तहसीलदार मोदीनगर हरी प्रताप सिंह को अपना ज्ञापन सौंप दिया। पीड़ित परिवारों का कहना है कि जब तक शासन प्रशासन उनकी मांग नहीं मांगता है। तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। अधिशासी अधिकारी अभिषेक कुमार का कहना है कि शमशान घाट हादसे में मृतकों के आश्रितों को नगर पालिका परिषद ठेकेदारी पर नौकरी देने के लिए तैयार है। लेकिन पीड़ित परिवार इसके लिए तैयार नहीं है। पीड़ित परिवारों का कहना है कि उन्हें सरकारी नौकरी चाहिए या फिर जब सरकारी नौकरी की व्यवस्था हो तब तक नगर पालिका परिषद में संविदा के पद पर तैनाती की जाए। जिससे कि उनके परिवार का पालन पोषण हो सके।

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