… मंडल अध्यक्ष मना रहे हनीमून, संयोजक संभालेंगे कमान
इन दिनों फूल वाली पार्टी पूरी तरह से चुनावी रंग में रंगी है। बात विधानसभा चुनाव की हो तो संगठन के कर्ताधर्ता कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते। मोदीनगर विधानसभा क्षेत्र में एक मंडल अध्यक्ष की कार्यप्रणाली को लेकर लगातार सवाल उठते हैं। अब जबकि अध्यक्षजी अपने विवाह समारोह के बाद हनीमून में व्यस्त है, ऐसी स्थिति में पार्टी के जिला संगठन के सामने कठिन स्थिति उत्पन्न हो गई कि मंडल में कैसे काम करवायें। दरबारी लाल को पता चला कि संगठन के जिले से ऊपर के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने सलाह दी। फिर क्या था मंडल अध्यक्ष के ऊपर संयोजक नियुक्त हो गया। अब पूरी जिम्मेदारी संयोजक की होगी। इसके माध्यम से मंडल अध्यक्षों को नया संदेश भी दे दिया गया कि यदि काम में लापरवाही होगी तो संयोजक …।
… तो शहर मंडल की बैठक में इसलिए शामिल नहीं होते दो पार्षद
देश की सबसे बड़ी पार्टी में सामाजिक समरसता की चाहे लाख बातें हो लेकिन धरातल पर भेदभाव अब भी बरकरार है। दरबारी लाल के कानों में भाजपा के शहर मंडल से इस की आहट सुनाई दी। दरअसल भाजपा शहर मंडल की ज्यादातर बैठक नवयुग मार्केट स्थित वाल्मीकि पार्क में होती है। सभी कार्यकर्ता बैठक में शामिल होते हैं केवल दो पार्षद ऐसे हैं, जो पिछले लंबे समय से शहर मंडल की बैठक में शामिल नहीं हो रहे। बैठक का अगर रिकॉर्ड उठा कर देख लिया जाए तो इक्का-दुक्का में ही उनकी हाजिरी है। जब दरबारी लाल ने इसका कारण जाना तो पता चला कि स्वर्ण जाति से संबंध रखने वाले इन पार्षदों को दलित समाज के इस पार्क में आना शोभा नहीं दे रहा इसलिए कभी-कभार ही मजबूरन उन्हें यहां कदम रखने पड़ते हैं।
…अपने शासन की बुराई करें कौन
समाजवादी पार्टी की प्रेस वार्ता के दौरान सत्ता दल पर आरोप एक जाति विशेष के अधिकारियों को तैनाती देने के लगाए गए। इस दौरान पत्रकारों से इस विषय पर चर्चा हुई किंतु साइकिल वाली पार्टी के नेता जाति विशेष को पोस्टिंग देने का आरोप तो लगा रहे थे, किंतु वे यह भूल गए कि सपा शासन में भी एक जाति विशेष के लोगों को तैनाती दी और उस पर तो भाजपा पर जाति विशेष को तैनाती देने पर फिर क्यों सवाल उठा रहे हैं सपा नेता। फिलहाल सत्ता से बाहर रहकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहता है किंतु अपने शासन की बुराई करें कौन?