विधानसभा चुनाव में दिखेगा बड़ा असर, विपक्ष के लिए चुनौती बनीं महिलाओं के लिए शुरू की गई योजनाएं
पिछले 40 साल में महिलाओं के लिए जो न हुआ उसे योगी ने साढ़े चार में कर दिखाया
योगी सरकार ने महिलाओं के लिए शुरू की योजनाएं, लिए बड़े फैसले
अथाह ब्यूरो,
लखनऊ। योगी सरकार ने साढ़े चार वर्ष में महिलाओं के लिए लाभकारी योजनाएं चलाकर पिछले 40 साल के रिकार्ड को तोड़ा है। प्रदेश में महिलाओं की स्थिति को मजबूत करने के लिए योगी सरकार ने कई बड़े फैसले लिए। यही नहीं इन योजनाओं को एक-एक महिलाओं तक पहुंचाकर योगी सरकार ने उन्हें सबल और सक्षम भी बनाया। इन योजनाओं का लाभ पाने वाली महिलाएं अब योगी सरकार की सबसे बड़ी ताकत बन चुकी हैं। जिसका असर आने वाले विधानसभा चुनाव में दिखना तय है। यही कारण है कि योगी अपनी जनसभाओं में महिलाओं के मुद्दे को ज्यादा प्रभावी तरीके से उठा रहे हैं और विपक्षी दलों को इन मुद्दों पर निशाना भी बना रहे हैं।
कन्या सुमंगला योजना के तहत 10.01 लाख बेटियों को लाभान्वित किया जा चुका है। इस योजना में एक साल के भीतर 1.55 लाख नए लाभार्थियों को जोड़ा जा चुका है। निराश्रित महिला पेंशन में 29 लाख 44659 महिलाएं, भाग्य लक्ष्मी योजना, महिला सामर्थय योजना में 200 करोड़ रुपये की सहायता, एक करोड़ 67 लाख महिलाओं को फ्री गैस कनेक्शन और एंटी रोमियो स्क्वाड कुछ ऐसी योजनाएं हैं जिनको चलाकर योगी सरकार ने महिलाओं के लिए मील का पत्थर साबित किया है। यही कारण है कि जहां-जहां मुख्यमत्री योगी की जनसभाएं हो रही हैं वहां महिलाओं की सख्या अच्छी मात्रा में हो रही है। राजनीतिक जानकारों का भी मानना है कि इन योजनाओं से लगभग 47 फीसदी महिलाओं का रूझान योगी सरकार की बड़ी ताकत बन गई है।
पिछली सरकार में महिला की सुरक्षा पर मची हायतौबा के बीच योगी सरकार ने सत्ता संभालते ही एंटी रोमियो स्क्वाड बनाकर बहन-बेटियों की सुरक्षा का बीड़ा उठाया। यही नहीं उन्हें आर्थिक रूप से मजबूती देने के लिए स्वरोजगार से एक करोड़ महिलाओं को जोड़ने का भी काम किया। पुलिस की नौकरी में 20 फीसदी स्थान तय किया तो निजी क्षेत्र में भी रोजगार मिल सके इसलिए उन उद्योगों को सहूलियत देने का फैसला किया जो 40 फीसदी महिलाओं को रोजगार देंगे।