आॅडियो ने भाजपा में मचाया तूफान
पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया में एक आॅडियो रिकार्डिंग चर्चा का विषय बनी हुई है। चर्चा भी क्यों न हो जब आॅडियो में आवाज एक सत्तारूढ़ दल के नेता की हो। दरबारी लाल ने खोज शुरू की तो पता चला कि जिस नेताजी की रिकार्डिंग है वे पार्षद पति भी है। इनकी खासियत यह है कि ये नेताजी वक्त पड़ने पर किसी को बख्शते नहीं है। बड़बोले पन के कारण ही नेताजी ने अपने कई दुश्मन भी पैदा कर लिए हैं। लेकिन यह आॅडियो रंगरेलियों से संबंधित है जिसको लेकर भाजपा नेता चटखारे लेकर सुन ही नहीं रहे, दूसरों को भी सुना रहे हैं। दरबारी लाल को भाजपाइयों ने यह भी बताया कि नेताजी एक भाजपा विधायक जो उनके क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं के प्रिय है। जब से आॅडियो वायरल हुई नेताजी के होंठ सूख रहे हैं।
एक तीर से दो निशाने साधने की तैयारी में फौजी
जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं। देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी में भी नेताओं के बीच का फासला चौड़ा होता जा रहा है। दरबारी लाल के कान में भी ऐसी ही आहट पड़ी है जिसमें शीर्ष नेतृत्व में बैठे एक फौजी गाजियाबाद के पार्टी अध्यक्ष को अनदेखा कर रहे हैं। दरअसल उनको अनदेखा करने के पीछे भी एक बहुत बड़ी वजह है। एक मंत्री की नजर सांसद की सीट पर है और अध्यक्ष जी मंत्री जी के खासम खास समझे जाते हैं। ऐसे में फौजी की नजर में उनके नंबर कम हो रहे हैं। फौजी को डर है कहीं उनकी सीट खतरे में पड़ जाए, इसलिए उनको दरकिनार करके वह मंत्री जी को भी साइड में लगाने की तैयारी में हैं।
महिला अफसर से नेताओं की बढ़ी परेशानी
यदि कहीं पर महिला अफसर तैनात हो तो उस क्षेत्र के नेताओं के लिए परेशानी खड़ी हो जाती है। ऐसा ही कुछ मोदीनगर में हो रहा है। पिछले दिनों जिले के मुखिया ने एक महिला अफसर की तैनाती एक तहसील से दूसरी में कर दी। दरबारी लाल को पता चला कि महिला अफसर के आने से पुरुष नेताओं की परेशानी बढ़ गई है। जिस प्रकार नेता पुरुष अफसर के रहते हुए धड़धड़ाते हुए अफसर के दफ्तर में पहुंच जाते थे वे अब अफसर के दफ्तर में जाने से कतराने लगे हैं। अफसर भी ऐसी कि किसी को तव्वजो ही नहीं दे रही। अब हैंडपंप वाली पार्टी के एक नेता को जिले के मुखिया से गुहार लगानी पड़ी कि हमारी सिफाशि कर दो कि कुछ सुन लिया करें। अब सुनवाई कितनी होती है यह तो वक्त बतायेगा।