हिंदी भवन में खाद्य प्रसंस्करण उत्पादों की लगी प्रदर्शनी
अथाह संवाददाता,
गाजियाबाद। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के अंतर्गत एक दिवसीय प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यशाला हिंदी भवन लोहिया नगर में आयोजित की गई। इस अवसर पर स्वयं सहायता समूह, किसान उत्पादक संगठनों एवं लघु उद्यमियों द्वारा अपने उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अपर मुख्य सचिव उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग उत्तर प्रदेश एमवीएस रामी रेड्डी द्वारा प्रदर्शनी का भ्रमण करते हुए उद्यमियों से जानकारी प्राप्त की गई। तत्पश्चात सभागार में दीप प्रज्वलित के साथ कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया।
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने स्वागत संबोधन करते हुए कहा कि जनपद में लघु उद्योग को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा संचालित योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने के लिए प्रशासन पूरी तरीके से कृत संकल्पित है। उपनिदेशक खाद्य एवं उद्यान विभाग डॉ विनीत कुमार द्वारा कार्यक्रम की रूपरेखा एवं लक्ष्य की संक्षिप्त रिपोर्ट प्रस्तुत की गई।
इस अवसर पर रामी रेड्डी द्वारा बताया गया कि भारत में जितना फल एवं सब्जियों का उत्पादन हो रहा है, उनमें से केवल 6% का ही प्रसंस्करण हो रहा है, 94% फल सब्जियों को हम कच्चा ही प्रयोग में ला रहे हैं और उसमें से भी लगभग 25% व्यर्थ जा रहा है, केवल 5% या 6% ही प्रसंस्करण द्वारा भविष्य के लिए सुरक्षित रख पा रहे हैं। अतः इस क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने की आवश्यकता है और बहुत अधिक संभावनाएं उद्यमी क्षेत्र में विद्यमान है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार का यह मानना है कि हमें इस 5% को बढ़ाकर 20% तक लेकर जाना है। इस अवसर पर लोन स्वीकृत किए गए उद्यमियों में से संजय कुमार एवं संजीव कुमार को लोन स्वीकृति पत्र प्रदान किए गए। क्रमशः 26 लाख 65 हजार एवं 20 लाख का लोन स्वीकृति पत्र प्रदान किए गए। मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल ने कहा कि गाजियाबाद आत्मनिर्भर भारत की ओर अग्रसर हो रहा है जिसको हम सभी को मिलकर लघु एवं सूक्ष्म उद्योगों को प्रोत्साहित करना है।
कार्यक्रम का संचालन पूनम शर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर पर उपनिदेशक उद्यान एवं खाद्य डॉ विनीत कुमार, स्टेट प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट के सदस्य, जिला उद्यान अधिकारी निधि, विनीता, गौरव, स्वयं सहायता समूह के सदस्य, जेसी शर्मा, सुमित सिंह एवं कुमारी श्वेता आदि उपस्थित रहे।