Dainik Athah

राग दरबारी

… साहब के घर फॉगिंग की गंध से ही चला रहे काम

गाजियाबाद नगर निगम के एक बड़के साहब के घर रोजाना फॉगिंग होती है। इस समय डेंगू का कहर जो चल रहा है। लेकिन क्या मजाल जो निगम वाले आसपास के रिहायशी क्षेत्रों में फॉगिंग कर दें। अब स्थिति यह है कि फॉगिंग से उठने वाली गंध जब नाक तक पहुंचती है तो लोग घरों से निकल कर देखते हैं कि क्या नगर निगम ने फॉगिंग उनकी कालोनी में हुई है। लेकिन गंध के अलावा कुछ नहीं। कई दिनों तक यह सिलसिला चला तो कुछ लोगों की उत्सकुता जगी। बाद में पता चला कि पड़ौस में ही निगम के बड़के साहब रहते हैं। उनके घर रोज फॉगिंग होती है। माल इतना असली है कि गंध दूर तलक जाती है। लेकिन जहां वे रहते हैं वहां की अपनी कालोनी की ही खैर खबर नहीं लेते। क्या ही अच्छा हो यदि वे अपने घर की तरह कालोनी को भी देख लें तो पूरा क्षेत्र संवर जायेगा। यह कहना है कि क्षेत्र में रहने वालों का।

घर गए तो मैडम कुत्ते छुड़वा देगी…

गाजियाबाद नगर निगम की एक महिला पार्षद इन दिनों भाजपा शहर मंडल में चर्चा का केंद्र बनी हुई है और क्षेत्र के लोगों के लिए परेशानी का सबब। ठेली पटरी वालों से पैसे लेने के लिए बदनाम पार्षद मैडम क्षेत्र के लोगों के काम करने में भी खासी कंजूसी दिखाती हैं। ऐसा ही मामले में जब दलित बस्ती की कुछ महिलाएं मैडम के घर अपना काम लेकर पहुंची तो उन्होंने दरवाजा ही नहीं खोला और जब महिलाएं दोबारा मैडम पार्षद के घर गई तो उन्हें डर कर बैरंग लौटना पड़ा। महिलाओं की परेशानी को देखते हुए दलित समाज के ही एक नेता ने उनका काम तो करा दिया लेकिन साथ ही क्षेत्रीय पार्षद के घर से लौटने का कारण भी पूछ लिया। महिलाओं ने भी अपना दुखड़ा रोते हुए कहा कि साहब, हम मैडम के घर नहीं जाएंगे। मैडम के घर गए तो वह कुत्ते छुड़वा देगी। दरअसल पार्षद मैडम ने अपने घर पर एक हट्टा कट्टा कुत्ता पाल रखा है। अब उनके घर काम लेकर पहुंचने वालों से अगर मैडम मिलने की इच्छा नहीं रखती तो वह अपने कुत्ते को मेन गेट पर छोड़ देती और कुत्ता भौंक- भौंक कर लोगों को भगा देता है। लेकिन सवाल यह है कि क्षेत्र के लोग जाए तो जाए कहां? आखिर उनका हक है और उन्होंने वोट भी इसीलिए दिए हैं कि पार्षद उनके दुख दर्द में काम आए, लेकिन यहां तो गंगा उल्टी ही बह रही है।

…कहीं पर निगाहें कहीं पर निशाना

हाथ वाली पार्टी ने पिछले दिनों विधानसभा प्रत्याशियों के लिए कार्यकतार्ओं से आवेदन लिए। कुछ कार्यकतार्ओं ने शहर में जगह-जगह होर्डिंग लगाना भी शुरू कर दिया। ऐसे ही साहिबाबाद विधानसभा में एक आवेदक ने जगह जगह होर्डिंग लगाने का कार्यक्रम प्रारंभ कर रखा है। इस पर पूर्व महानगर अध्यक्ष ने टिप्पणी करते हुए कहा कि कितने भी होर्डिंग- पोस्टर लगवा लो, फूल वाली पार्टी से तो पूर्व विधायक ही टक्कर ले सकता है। किंतु हाथ वाली पार्टी के पूर्व महानगर अध्यक्ष जिन पूर्व विधायक की बात कर रहे हैं वह कांग्रेस में नहीं है, आजकल साइकिल की सवारी साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र में कर रहे हैं। इन बातों से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि राजनीति में कुछ भी हो सकता है ‘कहीं पर निगाहें और कहीं पर निशाना’!

– दरबारी लाल

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