छह घंटे में ही उड़ गये होश, राहत भी मिली
व्हाट्सअप- फेसबुक क्या बंद हुए कुछ लोगों के तो होश ही उड़ गये। इन दिनों भारत में हर दूसरा व्यक्ति फेसबुक एवं व्हाट्सअप का प्रयोग कर रहा है। इनमें महिलाओं के साथ ही युवा वर्ग की तादाद सबसे अधिक है।
सोमवार को रात नौ बजे के बाद जब दोनों ही बंद हो गये तो पूरी पूरी रात इन दोनों सोशल मीडिया साइट के सहारे जीवन जीने वाले लोगों के तो होश फाख्ता हो गये। अधिकांश का मानना था कि सरकार ने ही शायद इन पर रोक लगा दी। लेकिन बाद में स्थिति स्पष्ट हुई तो उन्हें राहत मिली। अनेक लोग तो देर रात तक बार बार इन दोनों सोशल मीडिया साइट को चलाकर देखते रहे कि शायद चल गया हो।
लेकिन एक बड़ी संख्या ऐसे लोगों की भी रही जिन्होंने दोनों के बंद होने से राहत की सांस ली। वे फोन का नेट बंद कर आराम से सो गये। कुछ लोगों के घर वालों ने इसलिए राहत की सांस ली कि अब वे घर की भी कुछ बात करेंगे। जिनके दफ्तर वाले देर रात तक व्हाट्सअप पर मैसेज भेजकर अपने कर्मचारियों का बीपी बढ़ाते हैं वे कर्मचारी तो इतने खुश हुए कि जैसे उन्हें कोई बड़ी सौगात मिल गई हो। जिस प्रकार दोनों सोशल मीडिया साइट बंद हुई उसने जहां दुनिया को परेशान किया, वहीं उसने यह भी साबित कर दिया कि बड़ी संख्या में लोग इससे परेशान है।
लेकिन राहत नहीं मिलती। लेकिन हकीकत यह है कि व्हाट्सअप तो अब आम जरूरत में शामिल हो चुका है। अब दुनिया के देशों को इस पर मंथन करना होगा कि इनके जैसा ही कुछ नया सामने लायें जिससे लोग दिनचर्या को ठीक से जी पायें।