– फिरोजाबाद के पूर्व विधायक समेत अन्य लोग भी सपाई हुए
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव वीर सिंह एडवोकेट की आस्था अब सपाई हो गये हैं। उनके साथ ही एक पूर्व विधायक समेत अन्य लोगों ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव की मौजूदगी में सपा में शामिल होने की घोषणा की। वहीं, बसपा मुरादाबाद जिलाध्यक्ष ने बयान जारी कर कहा कि वीर सिंह के पुत्र को विधानसभा चुनाव में टिकट देने से इनकार करने पर उन्होंने पार्टी छोड़ी।
रविवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में आस्था जताते हुए पूर्व सांसद तथा बसपा के राष्ट्रीय महासचिव वीर सिंह एडवोकेट (मुरादाबाद), पूर्व विधायक अजीम भाई (फिरोजाबाद) तथा प्रमुख समाजसेवी एवं भाजपा के युवा क्षेत्रीय मंत्री विनोद मिश्र (जौनपुर) ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। इस मौके पर अखिलेश यादव ने इन सभी का स्वागत करते हुए उम्मीद जताई कि इनसे समाजवादी पार्टी को मजबूती मिलेगी। बसपा-भाजपा छोड़कर आए साथियों ने 2022 में समाजवादी पार्टी को बहुत से जिताने तथा अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प लिया। इस अवसर पर राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव एवं सांसद प्रो. रामगोपाल यादव भी उपस्थित थे।
– बेटे को टिकट से इनकार करने पर छोड़ी पार्टी
वीर सिंह एडवोकेट के बसपा छोड़ने पर पार्टी के मुरादाबाद जिलाध्यक्ष वेद प्रकाश सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि बसपा प्रमुख कुमारी मायावती ने वीर सिंह को लोकसभा एवं विधानसभा के कई चुनाव लड़ाये। लेकिन वे कोई चुनाव नहीं जीत सकें। इसके बाद भी उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बनाया, राज्यसभा सांसद बनाया, कई प्रदेशों का प्रभारी बनाया। लेकिन जिन प्रदेशों का प्रभारी बनाया वहां पर भी पार्टी को बेहतर नतीजे नहीं मिले। उनके बेटे को विधानसभा का टिकट दिया। लेकिन वह भी चुनाव हार गये। अब फिर उनके बेटे को टिकट देने से बसपा प्रमुख ने इनकार कर दिया था। जिसके बाद से वे संगठन में काम भी नहीं कर रहे थे।