– 45 फीसदी लोगों ने ले ली टीके की पहली डोज
– कोरोना मुक्त हुए 28 जिले, 59 जिलों में नहीं मिले नए मरीज
– 08 करोड़ से ज्यादा कोविड टीकाकरण वाला यूपी पहला राज्य
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। कोरोना महामारी से बचाव के लिए एग्रेसिव ट्रेसिंग, टेस्टिंग और बेहतर ट्रीटमेंट के साथ-साथ तेज टीकाकरण की नीति रंग ला रही है। ताजा स्थिति के मुताबिक उत्तर प्रदेश के 28 जिले कोरोना मुक्त हो गए हैं, वहीं कोविड टीकाकरण के लिए योग्य प्रदेश की 45 फीसदी आबादी ने टीके की पहली खुराक ले ली है। बेहतर होते हालात के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशव्यापी रात्रिकालीन कर्फ्यू में एक घंटे की छूट देने का निर्णय लिया है। रात्रिकालीन कर्फ्यू अब रात 11 बजे से सुबह छह बजे तक प्रभावी होगा।
मंगलवार को टीम-09 के साथ कोविड के हालात की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने एक दिन में 33 लाख 42 हजार 360 लोगों को टीकाकवर देने के साथ बने नए कीर्तिमान के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को धन्यवाद दिया। साथ ही, टीकाकरण को और तेज करने के लिए जागरुकता बढ़ाने के निर्देश भी दिए। अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि प्रदेश में आठ करोड़ से ज्यादा कोविड टीके लगाए जा चुके हैं। अलीगढ़, अमरोहा, बागपत, बलिया, बलरामपुर, बांदा, बस्ती, बहराइच, भदोही, बिजनौर, चित्रकूट, देवरिया, फतेहपुर, गाजीपुर, गोंडा, हमीरपुर, हापुड़, हरदोई, हाथरस, कौशाम्बी, ललितपुर, महोबा, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, रामपुर, शामली, सीतापुर, सोनभद्र जिलों में कोविड का एक भी एक्टिव केस नहीं है। उन्होंने बताया कि बीते 24 घंटे में हुई एक लाख 82 हजार 624 सैम्पल की टेस्टिंग में 59 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 16 जिलों में 22 मरीज मिले। इसी अवधि में 20 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। प्रदेश में अब तक 16 लाख 86 हजार 389 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या 227 रह गई है।
– सावधानी-सतर्कता जरूरी, लापरवाही पड़ेगी भारी
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बेहतर होते हालात के बीच कई राज्यों में कोविड के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं। हमें सावधान रहना होगा। अतिरिक्त सतर्कता बरतनी होगी। ऐसे में घर से बाहर निकलने पर मास्क की अनिवार्यता हो या फिर भीड़-भाड़ वाली जगहों से परहेज, लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन के लिए फिर से जागरूक किया जाना जरूरी है।