– कोई मुद्दा नहीं बचा तो आस्था पर चोट करने लगा विपक्ष : सिद्धार्थनाथ सिंह
– बहुसंख्यक समाज की आस्था और संस्कृति के प्रति शुरू से खराब रहा है विपक्ष का रवैया
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। साल 2019 में आयोजित कुंभ मेला इतिहास में दर्ज है। गिनीज वर्ल्ड आॅफ रिकार्ड ने कुंभ को अपने यहां जगह दी है। विपक्षी पार्टियों को यह बात हजम नहीं हो रही है। पूरी दुनिया ने कुंभ के आयोजन को लेकर सरकार की उत्तरप्रदेश सरकार की तारीफ की थी, पर समाजवादी पार्टी व आम आदमी पार्टी को आस्था पर सवाल खड़े करने से फुर्सत नहीं है। बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कुंभ पर सवाल उठाने वाले नेताओं को तीखा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान मेडिकल उपकरणों की खरीद में भ्रष्टाचार करने वाली केजरीवाल सरकार शुरूआत से ही हिन्दू आस्था और संस्कृति पर सवाल खड़े करने की कोशिश करती रही है।
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कभी भी कुंभ का इतना भव्य और दिव्य आयोजन नहीं हुआ। सरकार ने 2019 कुंभ में श्रद्धालुओं के लिये जो सुविधाएं व व्यवस्थाएं की थीं, साफ-सफाई की जो व्यवस्था थी वह खुद में नजीर बन चुकी है। कुंभ स्वच्छ भारत की बेमिसाल तस्वीर थी। कुंभ को एक स्थान पर सबसे अधिक भीड़ एकत्र होने, सबसे बड़े स्वचछता अभियान और सार्वजनिक स्थान पर सबसे बड़े चित्रकला कार्यक्रम के आयोजन पर गिनीज बुक आॅफ वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल किया गया है, जो बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने कुंभ के नाम पर सिर्फ लूट की है। लेकिन योगी सरकार ने संतों और श्रद्धालुओं को विश्वस्तीय सुविधाएं उपलब्ध कराई। 10 हजार से अधिक सफाई कर्मियों की तैनाती की गई। उन्होंने कहा कि कुंभ हिन्दू आस्था और संस्कारों से जुड़ा हुआ। समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी का रवैया शुरू से ही हिन्दू आस्था और हिन्दू संस्कारों के प्रति खराब रहा है।
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा विपक्ष के पास कोई मुददा नहीं बचा है। इसलिए वह अब आस्था पर सवाल खड़े करने में व्यस्त हैं। पहले श्री राम मंदिर निर्माण को लेकर सवाल उठा रहे थे और अब कुंभ आयोजन पर सवाल उठा रहे हैं। भाजपा सरकार ने हिन्दू धर्म की आस्था के केन्द्र श्री राम मंदिर का निर्माण शुरू कराया। मयार्दा पुरुषोत्तम श्री राम का मंदिर अब आकार ले रहा है। जो विपक्षी पार्टियों को खटक रहा है। वह कभी भी श्री राम मंदिर का निर्माण आयोध्या में नहीं चाहते थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार अयोध्या समेत सभी धार्मिक, संस्कृतिक, ऐतिहासिक स्थलों पर विश्वस्तीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है।