पुलिस की तरह बीट वार सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करेंगे सफाई कर्मचारी
नगर निगम ने 100 वार्डों के लिए बनाई कार्य योजना
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। मूसलाधार बारिश के बाद नगर निगम क्षेत्र में हुए जलभराव से शायद नगर निगम ने कुछ सबक लिया है। इसी कड़ी में नगर निगम द्वारा शहर को सुन्दर व स्वच्छ बनाये जाने के लिए एक विस्तार पूर्वक कार्य योजना तैयार की गई है। जिसके अनुसार लगभग 4000 सफाई कर्मिक मार्गदर्शिका के आधार पर शहर में सफाई व्यवस्था बेहतर करने का कार्य करेगें। स्वच्छ सर्वेक्षण को दृष्टिगत रखते हुए नगर निगम द्वारा नये सिरे से कार्य योजना तैयार की गई है।
महापौर आशा शर्मा तथा नगर आयुक्त महेन्द्र सिंह तवर के निर्देशानुसार नगर में कार्यरत विभिन्न सफाई कर्मियों द्वारा किये जा रहे कार्यों को उचित रूपरेखा प्रदान कराने का कार्य किया जा रहा है। ताकि कार्यों का उचित परिणाम प्राप्त हो तथा समस्त सफाई कर्मी अपने कार्य से संतुष्ट रह सके।
अपर नगर आयुक्त व वरिष्ठ स्वास्थ्य प्रभारी प्रमोद कुमार द्वारा बताया गया कि सफाई कर्मियों द्वारा किये जा रहे कार्य, कार्य क्षेत्र, अवकाश दिवस, रिलीवर, कार्य निरीक्षक आदि का सम्पूर्ण विवरण विभिन्न 8 प्रपत्रों में तैयार किया गया है। जिसके आधार पर शहर में बीटवार सफाई व्यवस्था लागू की जायेगी। जिसके फलस्वरूप शहर वासियों को बेहतर सफाई तथा सफाई कर्मिकों को कार्य करने मे सहूलियत रहेगी। साथ ही प्रत्येक कार्य के लिये जिम्मेदारी भी तय की गयी है।
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिथलेश कुमार द्वारा बताया गया कि गाजियाबाद को एक मॉडल के रूप में बनाये जाने के लिये पार्षदों के सुझावों पर गाजियाबाद नगर निगम स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष कार्य कर रहा है। नगर आयुक्त के निर्देश पर व्यवसायिक क्षेत्रों में बेहतर सफाई व्यवस्था की योजना, आवासीय क्षेत्रों में सफाई की योजना, रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड तथा प्रमुख चौराहों की सफाई व सौर्न्यकरण की योजना, खुले स्थानों से कचरा संग्रहण की योजना, डोर टू डोर कचरा संग्रहण के साथ वाहन पर कार्यरत कर्मचारियों के कार्य की योजना, नाला व नाली की सफाई हेतु कार्य योजना यूरिनल, सार्वजनिक व सामुदायिक शौचालयों की सफाई योजना तथा रिलिवर कर्मचारियों के कार्य की योजना के आधार पर शहर को एक नया रूप देने की पहल आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों व पार्षदों के सहयोग पर की जा रही है।
नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर द्वारा बताया गया कि व्यवसायिक क्षेत्रों में बेहतर सफाई व्यवस्था हेतु व्यवसायिक स्थानों को चिन्हित किया जा रहा है। जिसके आधार पर ही सफाई कर्मिकों को तैनात किया जायेगा तथा सूची बनाकर निर्धारित स्थान पर जिम्मेदारी तय की जायेगी। व्यवसायिक क्षेत्र में लगे सफाई कर्मिकों के कार्य की समय सीमा निर्धारित की गयी है तथा सफाई कर्मिकों से 8 घण्टे कार्य कराने के निर्देश दिये गये हैं। जिन स्थानों पर ज्यादा आवाजाही है, उन प्रमुख मार्गों पर विशेष सफाई के लिये निर्देश दिये गये है। प्रतिदिन व्यसायिक क्षेत्रों पर सुबह एवं शाम को ठीक ढंग से झाडू लगाने, कूडें की ढेरियों को समय से उठाने का कार्य तथा झाडू लगाने का प्रशिक्षण दिलाने के भी निर्देश दिये गये हैं। सफाई कर्मी को साप्ताहिक अवकाश भी दिया गया है। उनकी अनुपस्थिति में अन्य सफाई कर्मी की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिये गये हैं। कार्य की रूपरेखा के अनुरूप महिला एवं पूरुष सफाई कर्मी की ड्यूटी लगाने हेतु निर्देशित किया गया है। रविवार तथा किसी त्यौहार पर भी सफाई व्यवस्था सुचारू किये जाने हेतु योजना बनाई गयी है। कचरे में आग न लगाने के सख्त निर्देश दिये गये हैं। व्यवसायिक क्षेत्र में बेहतर कार्य कराने की मॉनिटरिंग हेतु सफाई निरीक्षक व सफाई नायक एवं स्वच्छता मित्रों की जिम्मेदारी तय की गयी है। जिनके द्वारा सफाई कर्मिकों से सफाई का कार्य लिया जायेगा तथा सफाई कर्मिकों की सुविधा को नियमानुसार ध्यान में रख लागू किया जायेगा। साथ ही सड़क एवं डिवाईडरों की लम्बाई के आधार पर कार्य विभाजन के निर्देश दिये गये हैं, जिससे शहर में क्षेत्रिय जनता एवं पार्षदों को काफी राहत मिलेगी।
आवासीय क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था हेतु योजना के अन्तर्गत सफाई निरीक्षक व सफाई नायकों तथा सफाई मित्रों को निर्देश दिये गये है कि सफाई कर्मिकों की सूची तैयार कर के कार्य का वर्गीकरण सामर्थानुसार किय जायें। सफाई कर्मिकों से शिफ्ट अनुसार कार्य लिया जाये तथा महिला कर्मियों की ड्यूटी लगायी जाये। एक सफाई कर्मी को एक कालोनी क्षेत्र दिया जाये तथा जिम्मेदारी तय कर कार्य कराया जाये, जिससे क्षेत्रवासियों को सुविधा का अनुभव हो।
सफाई निरीक्षक एवं सफाई नायकों को खुली गाड़ी पर कार्यरत कर्मी की सूची बनाकर जिम्मेदारी तक करनी है तथा सुबह की झाडू से एकत्र कचरा उठाना, बेक लाईन से निकले कचरे को उठाना, गाड़ी को समय से अपने स्थान पर ले जाना प्रातः 7 बजे डीजल भरवाने, रास्त में मिल रहे कचरे को गाड़ी में डालने, हैल्पर को गाड़ी से बाहर चल नागरिकों के कचरे को गाड़ी में डालने, प्रत्येक घर से कचरा अनिवार्य रूप से लेने, बाहर गये नागरिकों के घर के बाहर से डस्टबीन से कचरा लेने तथा निर्धारित स्थान पर प्रतिदिन चलने के निर्देश दिये गये है।
डोर टू डोर कचरा संग्रहण के कार्य की योजना के अन्तर्गत वाहन चालक एवं हैल्पर द्वारा सदव्यवहार करने, नियमित डोर टू डोर कचरा संग्रहण करने, गाडी की नियमित सफाई करने, रास्ते से कचरा गाडी में डालने, बुजुर्गों बच्चों एवं महिला से कचरे गाड़ी में डालने पर सहयोग करने, रूट मैप के अनुसार गाड़ी चलाने के निर्देश दिये गये हैं।
नाला / नाली की सफाई हेतु कार्ययोजना के अन्तर्गत समय समय पर नाला व नालियों की गाद निकालना, निकली हुई सिल्ट को उठवाने साफ की गयी नालों में दवाई छिडकवाने, पानी निकासी की व्यवस्था करने तथा कार्य होने के उपरान्त क्षेत्रिय निवासियों से पुष्टि कराने के लिये निर्देशित किया गया है।
यूरिनल, सार्वजनिक व सामुदायिक शौचालयों के बाहर व अन्दर नियमित सफाई कराने, फिनाईल व ब्लिचिंग पाउडर का उपयोग कराने, पानी की उपलब्धता कराने, चूने का इस्तेमाल करने, तथा सफाई कर्मी की ड्यूटी निर्धारित करने के निर्देश दिये गये हैं। रिलीवर सफाई कर्मी हेतु कार्ययोजना के अन्तर्गत सफाई नायकों को निर्देश दिया गया है कि रिलीवर सफाई कर्मिक से अवकाश पर गये कर्मी की जिम्मेदारी पूर्ण कराना, सूचना मिलने पर ही अवकाश मान्य किया जाना अनावश्यक रूप से रिलीवर को न रखने तथा 20 सफाई कर्मी में 1 रिलीवर को रखने के लिये निर्देश दिये गये है।