Dainik Athah

अवैध और जहरीली शराब का धंधा किसी कीमत पर न चलने दिया जाए-नोडल अधिकारी

– जिले में राजस्व वृद्धि एवं प्रभावी प्रवर्तन कार्य में तेजी लाई जाए-सेंथिल पांडियन सी
– अवैध शराब माफियाओं को चिन्हित करते हुए करें छापेमारी: आबकारी आयुक्त
– जिले में स्थित डिस्टलरी की मुख्यालय से सीसीटीवी के माध्यम से की जाए निगरानी
– डिस्टलरी के सभी सीसीटीवी कैमरे मुख्यालय से लिंक करने के दिए गए निर्देश
– अवैध शराब की बिक्री की जो शिकायतें जनता या गुप्त रूप से आती हैं उन पर की जाए त्वरित कार्रवाई

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। प्रदेश के आबकारी आयुक्त एवं जिले के नोडल अधिकारी सेंथिल पांडियन सी ने अवैध एवं जहरीली शराब को लेकर कड़ा रूख अपनाया है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिये कि अवैध शराब माफिया को चिन्हित कर छापेमारी की जाये, डिस्टलरी के शीशी टीवी कैमरों को मुख्यालय से जोड़ा जाये।
आबकारी आयुक्त गुरुवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिले में राजस्व वृद्धि एवं प्रभावी प्रवर्तन कार्य के संबंध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने जिले में राजस्व वृद्धि, प्रभावी प्रवर्तन कार्य के लिए निर्देशित किया गया। समस्त आसवनियों में सीसीटीवी कैमरे, परिवहन के लिए समस्त वाहनों पर जीपीएस सिस्टम एवं तकनीकी का पूर्ण उपयोग करते हुए कार्यों को पूर्ण दक्षता एवं गुणवत्ता के साथ करने के निर्देश दिये।


प्रदेश के आबकारी आयुक्त सेंथिल पांडियन सी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि अवैध और जहरीली शराब का धंधा किसी कीमत पर न चलने दिया जाए। पूरे प्रदेश में रोजाना गुप्त छापेमारी की जा रही है। गाजियाबाद जिले में भी अवैध शराब माफियाओं को चिन्हित करते हुए छापेमारी की जाए। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि छापेमारी अभियान को गुप्त रखा जाए। अवैध शराब माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई करने के उन्होंने निर्देश दिए। इसके साथ ही कहा जिले में जो भी डिस्टलरी हैं उनकी मुख्यालय से निगरानी की जाए। इसके लिए डिस्टलरी के सभी सीसीटीवी कैमरे मुख्यालय से लिंक करने का निर्देश दिया। अवैध शराब के धंधे को बंद कराने के लिए मौजूदा नियमों के साथ साथ अन्य उपायों पर भी बैठक में मंथन किया गया।
आबकारी आयुक्त सेंथिल पांडियन सी ने कहा कि अवैध व विशाक्त मदिरा को शून्य करना प्रथम लक्ष्य है। इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देशि दिया कि जो भी जांच हैं उनकी रिपोर्ट 15 दिन में पूर्ण कर ली जाए। अवैध शराब की बिक्री की जो भी शिकायतें जनता या गुप्त रूप से आती हैं उन पर त्वरित कार्रवाई करें। कहा कि मेथेनॉल की बिक्री, संचयन, परिवहन पर नियंत्रण रखा जाए। शराब माफियाओं की लिस्ट अपडेट करने के लिए भी उन्होंने निर्देश दिया। जिले के तीन बड़े माफियाओं के नाम भी संकलित किए जाएं।


बैठक में आबकारी आयुक्त ने सख्त लहजे में कहा कि यह ध्यान रखा जाए कि दर्ज मामलों में शराब माफिया के नाम न कटने पाएं। इस अवसर पर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि शासन के निदेर्शानुसार जिले भर में अवैध शराब के खिलाफ अभियान निरंतर जारी है। समय-समय पर की जाने वाली कार्रवाई में शराब तस्करों को पकड़ा भी गया है। उन्होंने आबकारी आयुक्त महोदय को आश्वस्त करते हुए कहा कि जो भी दिशा निर्देश प्राप्त होते हैं उन पर अक्षरश पालन किया जा रहा है। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) यशवर्धन श्रीवास्तव, उप आबकारी आयुक्त मेरठ आरके शर्मा, सहायक आबकारी आयुक्त प्रवर्तन, सहायक आबकारी आयुक्त डिस्टिलरी, समस्त आबकारी निरीक्षक गाजियाबाद सहित डिस्टिलरी प्रबंधक एवं थोक के सभी दुकानदार उपस्थित रहे।

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