पार्क में मल्टीलेवल पार्किंग बनाने के प्रस्ताव के खिलाफ।
गाजियाबाद। मंगलवार को हिंदी भवन में होने वाली नगर निगम की बोर्ड बैठक का जैसे ही डॉक्टर बी आर अंबेडकर जन्मोत्सव संघर्ष समिति व बसपा कार्यकर्ताओं को पता चला तो सैकड़ों की संख्या में लोग झंडा बैनर लेकर इकट्ठे होकर हिंदी भवन पहुंचे और सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। अंदर बोर्ड बैठक शुरू हो चुकी थी तभी पार्षदों ने अंबेडकर पार्क में प्रस्तावित पार्किंग का मुद्दा उठाया। नगरायुक्त व महापौर ने कहा कि लोगों की जनभावनाओं को देखते हुए आपत्ति शासन को भेजी जाएगी जो भी निर्णय होगा उस पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अंडरग्राउंड पार्किंग से पार्क को कोई नुकसान नहीं होगा, क्योंकि पार्क के एक हिस्से में पार्किंग बनाई जाएगी। इस पर पार्षद राजेंद्र त्यागी व हिमांशु मित्तल ने कहा कि महानगर के किसी भी पार्क में किसी भी प्रकार का निर्माण नहीं करने दिया जाएगा। उन्होंने कुछ वैकल्पिक स्थानों पर पार्किंग बनाए जाने का सुझाव भी दिया। तथा कहा कि शासन द्वारा मंजूर 45 करोड़ की धनराशि ऐसी जगह खर्च हो जहां कोई विवाद न हो। बाद में नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर व महापौर आशा शर्मा ने कहा कि सदन में चर्चा कर स्थल तय कर लिया जाएगा फिलहाल अंबेडकर पार्क में पार्किंग का निर्माण नहीं होगा। शासन को दूसरी जगह के लिए लिखा जाएगा। उसके बाद बसपा पार्षद नरेश जाटव, आनंद चौधरी, आशिफ़ चौधरी, ललित कश्यप,कृपालसिंह सहित कई पार्षद धरनारत लोगो के बीच पहुंचे और उन्हें सदन में लिए गए फैसले से अवगत कराते हुए कहा कि अंबेडकर पार्क में पार्किंग का निर्माण नहीं होगा। आश्वासन के बाद लोग वहां से उठकर चले गए। इस मौके पर गंगा शरण बबलू जयप्रकाश (जेपी) ने कहा कि नगर आयुक्त और महापौर ने पार्क में मल्टीलेबल पार्किंग न बनाए जाने का आश्वासन दिया है।
इसके बाद भी यदि प्रस्ताव वापस न लिया गया तो आंदोलन और तेज होगा। बॉक्स
आनंद चंद्रेश ने सभी पार्षदों का जताया आभार डॉक्टर बी आर अंबेडकर जन्मोत्सव संघर्ष समिति के चेयरमैन आनंद सिंह चंद्रेश ने निगम बोर्ड बैठक में अंबेडकर पार्क में पार्किंग निर्माण का मुद्दा उठाकर निगम के फैसले को वापस लेने पर मजबूर करने वाले सभी दलों के पार्षदों का आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि पार्षदों ने जिस तरह जन भावनाओं का ध्यान रखते हुए डॉ आंबेडकर पार्क में पार्किंग निर्माण का एकजुट होकर विरोध किया वह सराहनीय कदम है।